स्वतंत्र सिंह ने अपने हौसले से कोरोना को दी मात, चार दिन बाद ही उनके लंग्स में इन्फेक्शन 15 परसेंट तक आ गया
जज्बा-जुनून और सकारात्मक सोच ऐसी ताकत है जिसके दम पर आप कोरोना से जंग जीत सकते हैं। इस बात के नजीर बने हैं 38 वर्षीय युवा स्वतंत्र देव सिंह। उनके फेफड़े में 70 परसेंट इंफेक्शन हो चुका था। आक्सीजन लेवल लगातार गिरता जा रहा था। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और खुद को जंग जीतने के लिए मोटीवेट करते रहे। फाइनली उन्हें कामयाबी मिल ही गयी।
4 दिन में 70 से घटकर 15 परसेंट तक आ गया इन्फेक्शन
कुछ दिन पहले स्वतंत्र सिंह को सांस लेने में तकलीफ हुई तो वे उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती हो गए। उस वक्त उनके फेफड़ों में 70 परसेंट इंफेक्शन हो चुका था। स्वतंत्र बताते हैं कि इलाज के साथ सिर्फ इच्छाशक्ति के बल पर ही वह बीमारी पर जीत के करीब पहुंच गए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण विल पावर है। वह मन के जीते जीत है और मन के हारे हार, मंत्र पर भरोसा करते हैं।
कोरोना पेशेंट्स को सलाह
बीमार इंसान को यह सोच लेना चाहिए कि वह पूर्ण रुप से ठीक है। बीमारी दिमाग में घर कर गयी तो आप पूरी तरह से टूट जाते हैं और दवा भी काम नहीं आती।
इस दौरान मैं पेट के बल सोता रहा। इससे फेफड़ों के निचले भाग का उपयोग होने लगा। इससे ऑक्सीजन लेवल अपने आप बढ़ने लगा।
पेट के बल सोने से कफ नीचे की तरफ आ जाता है और पेट में जाकर मल के जरिए बाहर निकल जाता है।
दोस्त का मिला साथ, योग से हुए फिट
स्वतंत्र सिंह ने बताया कि कोरोना मरीज को अपने फेफड़ों के लिए एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। मेरे बेहद करीबी अभिषेक सिंह उर्फ सोनू ने इसमें साथ दिया। एक्सरसाइज कराने के साथ ही बीच-बीच में बैलून फुलाने जैसी प्रक्रिया पूरी कराते थे। इस एक्सरसाइज से काफी फायदा मिला। बैलून में हवा भरना भी फेफड़े का व्यायाम होता है। इसके अलावा योग और प्राणायाम भी इन्फेक्शन को ठीक करने में मददगार साबित हुआ। अब मैं ज्यादातर समय बिना ऑक्सीजन के बिता रहा हूं।