प्रयागराज (ब्यूरो)।सरायइनायत एरिया के पालीकरनपुर गांव निवासी बाबूचंद यादव लखनऊ में दरोगा के पद पर तैनात हैं। उनका परिवार व बच्चे गांव में ही रहते हैं। बेटा आशीष कुमार यादव इंटर का छात्र था। चार अप्रैल को तमंचे से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। मामले में बाबूचंद की तहरीर पर गांव के ही संतोष कुमार यादव, पवन कुमार यादव, मिथलेश कुमार यादव पुत्रगण श्याम बिहारी, तारावती पत्नी संतोष कुमार, शुभम पुत्र संतोष कुमार यादव, नन्हें तिवारी उर्फ राजगुरू पुत्र राजेश तिवारी, आजाद तिवारी उर्फ मंजू पुत्र राजेश तिवारी, राजेश तिवारी पुत्र स्व। पन्ना लाल तिवारी, राजा बाबू तिवारी पुत्र स्व। पन्ना लाल तिवारी, प्रिंस तिवारी पुत्र राजाबाबू तिवारी व चुलबुल उर्फ कृष्ण मुरारी पुत्र स्व। पन्ना लाल कुल 11 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। वारदात के बाद से ही पुलिस को मुख्य अभियुक्त नन्हे तिवारी उर्फ ज्ञान गुरू उर्फ राजगुरू की तलाश थी। शुक्रवार सुबह पुलिस द्वारा उसे तेंदुई चयन रोड से गिरफ्तार किया गया। वह सड़क किनारे कहीं भागने की फिराक में साधन का इंतजार कर रहा था।
घटना में प्रयुक्त तमंचा बरामद
खुलासा करते हुए एसपी प्रोटोकॉल ने कहा कि गिरफ्तार किए गए मुख्य अभियुक्त नन्हें तिवारी उर्फ ज्ञान गुरू उर्फ राजगुरू से पूछताछ की गई। उसके द्वारा हत्या की वजह आशनाई बताई बताई गई। कहा कि मृतक आशीष यादव उसकी कक्षा दस में पढऩे वाली बहन से बातें किया करता था। इस वजह से उसे आशीष पर शक होने लगा था। कई दफा वह आशीष को अपनी बहन से बात नहीं करने की हिदायत भी दिया था। बावजूद इसके आशीष बाज नहीं आ रहा था। इसी लिए गुस्से में वह तमंचे से गोली मारकर आशीष के घाट उतार दिया। गिरफ्तार अभियुक्त के पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा व एक कारतूस भी बरामद कर लिया है।
गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। मामले में नामजद अन्य अभियुक्तों के खिलाफ साक्ष्य संकलन का काम जारी है। विवेचना में जो भी साक्ष्य मिलेंगे उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रविशंकर निम एसपी प्रोटोकॉल/गंगापार