प्रयागराज ब्यूरो । एक सवाल के जवाब में चालक ने कहा कि सुबह करीब 8.30 बजे मैम यानी डिप्टी सीएमओ की पत्नी डॉ। अल्का सिंह उसके पास फोन की थीं।
अल्का ने चालक से कहा था कि साहब का फोन नहीं उठ रहा है, वह जाकर कमरे में उन्हें बताए कि घर का फोन उठा लें।
इस पर चालक होटल के उस कमरा नंबर 106 के दरवाजे पर पहुंचा जिसमें वह रुके हुए थे।
दरवाजे का नॉक किया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इस पर वह भी उन्हें फोन लगाने लगा।
कहा कि जब साहब का फोन नहीं उठा तो वह भी परेशान हो गया और दरवाजे तेज-तेज पीटने लगा।
दरवाजा पीटने पर भी अंदर से कोई उत्तर नहीं, मगर आवाज सुनकर होटल के मैनेजर और कर्मचारी भी पहुंच गए। कर्मचारी व मैनेजर दरवाजा पीटने का कारण पूछने लगा।
जब वह बताया कि हमारे साहब का फोन नहीं उठर रहा और वह यहीं ठहरे हैं तो होटल कर्मी भी सन्नाटे में आ गए।
होटल के कर्मचारी व चालक किसी तरह एक जाली से कमरे में देखे तो सभी के होश फाख्ता हो गए।
अंदर कमरे में डिप्टी सीएमओ डॉ। सुनील सिंह की फांसी के फंदे से लट रही बॉडी का देख कर सभी सन्नाटे में आ गए।
इसके बाद होटल कर्मचारियों द्वारा सूचना पुलिस को दी गई तो हड़कंप मच गया।
फिलहाल होटल के रूम में ऐसी कोई चीज नहीं मिली जिससे सुसाइड का कारण स्पष्ट हो सके। बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद मौत कैसे हुई यह स्पष्ट हो जाएगा। प्रथम दृष्टया मामला सुसाइड का ही प्रतीत हो रहा है। कमरे से मिले मोबाइल का लॉक खोलवा करके भी जांच की जाएगी।
बीरेंद्र यादव, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस
डॉ। सुनील यहां डिप्टी सीएमओ के पद पर तैनात थे। होटल के रूम में फांसी लगाए जाने की खबर मिली थी। पोस्टमार्टम कराने के लिए एसडीएम को लगाया गया है। बाकी पुलिस जांच कर रही है। जो भी फैक्ट्स सामने आएंगे उसके आधार पर आगे निर्णय लिया जाएगा।
संजय खत्री, जिलाधिकारी प्रयागराज