प्रयागराज (ब्यूरो)।जीएसटी को लागू हुए छह साल बीत गए, लेकिन अभी तक सरकार अपना किया वादा निभा नही सकी है। व्यापारी और ग्राहक अभी भी इन सुविधाओं को लागू करने की आस देख रहे हैं। दरअसल, सरकार का कहना था कि हम जीएसटी नियमों का पालन करने वाले व्यापारियों और ग्राहकों को सम्मानित करेंगे। जिससे दूसरे भी उन्हे देखकर प्रेरित हो सकें। अभी तक यह सुविधाएं शुरू नही हो सकी हैं।

सबको एक नजर से देख रहा विभाग
सरकार का कहना था कि जीएसटी नियमों का उचित पालन करने वाले व्यापारियों को स्टार रेटिंग की जाएगी।
कोई व्यापारी लगातार टाइमली रिटर्न फाइल कर रहा है तो उसको अधिक रेटिंग दी जाएगी।
फिर अगर उससे कोई गलती होती है तो रिकार्ड के आधार पर विभाग उसे नोटिस नही भेजेगा।
इसकी जगह गलती सुधारने का मौका दिया जाएगा।
वर्तमान में ऐसा नही हो रहा है। बड़ी संख्या में ऐसे व्यापारी हैं जो प्रतिमाह समय से रिटर्न फाइल कर रहे हैं।
बावजूद इसके उनको भी जब तक नोटिस थमा दिया जाता है।
इससे उनका उत्साहवद्र्धन नही हो रहा है।

जीएसटी देते हैं लेकिन कोई लाभ नही
मार्केट में अभी भी काफी दुकानदार ऐसे हैं जो ग्राहकों से दाम पूरा लेते है लेकिन जीएसटी बिल नहीं देते हैं।
मांगने पर पांच से 18 फसदी अधिक पैसे लेने की बात कर डरा देते हैं।
मजबूरी ग्राहक कच्चा बिल लेकर चले आते हैं।
ऐसे में सरकार का कहना था कि जो ग्राहक जीएसटी बिल लेता है और उसे जीएसटी पोर्टल पर अपलोड करेगा, उसे सम्मानित किया जाएगा।
अभी तक यह भी सुविधा की शुरुआत सरकार ने नहीं की।
इस सुविधा का परपज था कि लोग दुकानदारों से जीएसटी बिल की मांग करें जिससे सरकार के टैक्स की चोरी रुक जाए।


भूल सुधार का मौका चाहते हैं व्यापारी
व्यापारियों का कहना है कि छह साल में सरकार जीएसटी कानून में 1300 बदलाव कर चुकी है। लेकिन, व्यापारियों को रिटर्न फाइल करने में भूल सुधार का एक मौका तक नहीं देती है। एक बार जो व्यापारी ने फाइल कर दिया वही नजीर बन जाता है। इसको लेकर लंबे समय से व्यापारी मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जीएसटी पोर्टल को थोड़ा लचीला बनाया जाए। जिससे भविष्य में भूल सुधार कर व्यापारी सजा से बच सकें। बता दें कि इस समय प्रयागराज में 90 हजार से अधिक व्यापारी जीएसटी में पंजीकृत हैं।

जीएसटी जब लांच हुआ था तब सरकार ने कई तरह के वादे किए थे। लेकिन अभी तक किसी को पूरा नही किया गया है। विभाग सभी व्यापारियों को एक समान तौलता है। जो समय से जीएसटी फाइल कर रहे हैं उनको भी जरा सी गलती पर नोटिस थमा दिया जाता है।
आशीष केसरी, व्यापारी

अगर पब्लिक को रिवार्ड दिया जाए तो मार्केट में टैक्स चोरी पर लगाम लग सकती है। पब्लिक को टैक्स नहीं देने का लालच देकर दुकानदार उनको कच्चा बिल थमा देते हैं। जनता और सरकार दोनों का नुकसान होता है। ऐसी स्कीम्स को लाकर सरकार को जीएसटी को अधिक वैलुएबल बनाना होगा।
राहुल यादव, टैक्स एक्सपर्ट