प्रयागराज (ब्यूरो)। सोमवार से स्कूलों में आफलाइन कक्षाएं चलेंगी और कई माह बाद दोबारा रौनक लौट आएगी। इस दौरान स्कूल प्रबंधन को कोरोना प्रोटोकाल का पूरा पालन करना होगा। बता दें कि पिछले सप्ताह कक्षा नौ से लेकर इंटरमीडिएट तक के माध्यमिक स्कूल, विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों को खोलने का फैसला लिया गया था।
दिनभर चली खरीदारी, लिया नई ड्रेस
कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले स्कूलों में आफलाइन के साथ ऑनलाइन का भी विकल्प दिया गया था। ऐसे में बहुत से स्टूडेंट घर से ही ऑनलाइन पढ़ रहे थे। लेकिन अब सोमवार से पूरी क्षमता के साथ स्कूल खुल रहे हंै तो ऑनलाइन का आप्शन खत्म हो गया है। ऐसे में दिनभर दुकानों पर स्कूल ड्रेस की खरीदारी चलती रही। कुछ पैरेंट्स का कहना था कि जब 14 मार्च से पहले वार्षिक परीक्षाएं हो जाएंगी और स्कूल बंद हो जाएंगे तो अभी से अभी से अचानक खोलने का क्या औचित्य था। इससे पहले सात फरवरी को कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूल और विश्वविद्यालय व डिग्री कालेजों में भौतिक रूप से कक्षाएं शुरू कर दी गईं थी। इसके बाद से नर्सरी से कक्षा आठ तक के स्कूलों को भी खोलने की लगातार निजी स्कूल मांग कर रहे थे। आखिरकार इन्हें भी खोलने का आदेश गुरुवार को जारी कर दिया गया।
इन दिशा निर्देशों का करना होगा पालन
- मास्क अनिवार्य रूप से सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों व कर्मचारियों को लगाना होगा। स्कूल के मुख्य द्वार पर हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। यहां इंफ्रा रेड थर्मामीटर, पल्स आक्सीमीटर इत्यादि की मदद से कोरोना के लक्षण वाले लोगों को चिन्हित किया जाएगा। स्कूल परिसर में सैनिटाइजेशन और साफ-सफाई की भी पुख्ता व्यवस्था की जाएगी। कोविड प्रोटोकाल का पालन कर कक्षाएं संचालित की जाएंगी। यदि किसी को भी जुकाम, बुखार आदि के लक्षण दिखते हैं तो उसे चिकित्सीय सलाह के साथ उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कोई भी आयोजन तब ही किया जाए जब उसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सकता हो। सांस्कृतिक गतिविधियों में कोविड प्रोटोकाल लागू होगा। स्कूलों को प्रतिदिन सेनेटाइज करना होगा। प्रवेश करते समय शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं की थर्मल स्कैनिंग की जाए। हाथों को सेनेटाइज कराने की व्यवस्था गेट पर ही की जाए।
जिम व रेस्टोरेंट से हटा प्रतिबंध
इसी तरह प्रदेश सरकार ने सोमवार से जिम व रेस्टोरेंट आदि पर लगे प्रतिबंध को भी हटा लिया है। इसी तरह सरकारी व निजी कार्यालयों में भी पूरी क्षमता के साथ कामकाज किया जाना है। यहां भी कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने के साथ स्क्रीनिंग की पूरी व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि अभी तक कार्यालयों में 50 फीसदी कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है। अब इनकी संख्,या बढ़ाकर सौ फीसदी कर दी गई है।
मुंशियों को भी ई-पास से प्रवेश
इलाहाबाद हाईकोर्ट में 14 फरवरी से अधिवक्ताओं के साथ ई-पास से मुंशियों को भी न्यायालय परिसर में प्रवेश की अनुमति दे दी गई है। ई-पास वकील खुद जारी करेंगे। अभी तक केवल अधिवक्ताओं को ही केस लगे होने के मैसेज या ई-पास दिखा कर कोर्ट में जाने की अनुमति थी। मुंशियों को परिसर में प्रवेश की अनुमति न मिलने के कारण अधिवक्ताओं को केस फाइल खुद ले जाना पड़ता था। अब मुंशियों के जाने से इस समस्या का समाधान हो गया है।
आफलाइन चलेंगी स्नातक कक्षाएं
इलाहाबाद विवि में आज से स्नातक की कक्षाएं आफलाइन चलाई जाएंगी। सात जनवरी को कुलपति प्रो। संगीता श्रीवास्तव ने यह निर्देश जारी किए थे। जबकि 8 फरवरी से पीजी की कक्षाएं ऑनलाइन शुरू हो गई थीं। कोरोना संक्रमण के चलते विवि में आनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही थी। लेकिन आज से स्नातक की आफलाइन कक्षाएं शुरू होने से छात्रों ने राहत की सांस ली है।