प्रयागराज ब्यूरो । समय से मानसून आ गया और ठीक से बारिश हो गई तो बेली मिंटो रोड मोहल्ले का पानी से लबालब होना तय है। क्योंकि इस रोड का नाला आज तक नगर निगम के जिम्मेदार साफ नहीं कर सके हैं। जबकि मानसून को देखते हुए एक-एक नालों का सर्वे कराया गया था। इसी रिपोर्ट के आधार पर नाला सफाई के लिए टेंडर निकाला गया। टेंडर लेने वाली कंपनियां नाला सफाई के काम में सिर्फ कोरम पूरा कर रही हैं। अधिकारियों को दिखाने के लिए कुछ नालों को थोड़ा बहुत साफ करके जिम्मेदार फोटो खिचवा ले रहे हैं। बारिश शुरू होते ही सफाई का काम बंद हो जाएगा। इसके बाद बारिश का जो पानी भरेगा उससे मोहल्ले के हजारों लोग हर साल की तरह जूझेंगे। नाला सफाई की कंडीशन मोहल्लों के अंदर घुस कर अधिकारी चेक करना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। नाला सफाई की यह हकीकत
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा किए गए रियलिटी में सामने आईं।
हजारों लोग बारिश में होंगे परेशान
नाला सफाई का टेंडर लेने वाली कंपनियों के जिम्मेदार अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि इन कंपनियों के लोग चंद कर्मचारियों की मिली भगत से अधिकारियों से वहीं निरीक्षण कराते हैं जहां पर उनका काम चल रहा होता है। अधिकारी के निरीक्षण का कोरम पूरा होते ही नाला सफाई का काम वहीं पर बंद कर दिया जाता है। बेली चोकी से दस कदम आगे एक रोड बेली गांव के अंदर की ओर जाती है। लोग बताते हैं कि इस सड़क को मिंटो रोड के नाम से जाना जाता है। रोड पर कुछ दूर अंदर की तरफ चलने पर एक नाला है। इस नाले से होकर सैकड़ों का घरों व बेली हॉस्पिटल का पानी निकलता है। बावजूद इसके इस नाले की सफाई काम काम अब तक पूरा नहीं किया जा सका। नाला के अंदर भारी मात्रा में शिल्ट जमा हुआ है। नगर निगम के जिम्मेदारों व नाला सफाई का टेंडर लेने वाली कंपनियों के जिम्मेदारों को यह नाला नजर नहीं आ रहा है। विभाग और टेंडर लेने वाले लोग सिर्फ किसी तरह वक्त काट रहे हैं कि बारिश शुरू हो जाय। इसके बाद कागज पर अपने आप पूरा नाला साफ हो जाएगा। करोड़ों के बजट से नाला सफाई के इस काम में जिस तरह से लापरवाही बरती जा रही वह आने वाली बारिश में पब्लिक के लिए बड़ी मुसीबत पैदा करने वाला है।
बेली चौकी से अंदर की तरफ आने वाली इस रोड पर स्थित नाले की सफाई अभी तक नहीं हुई। शिल्ट व कचरे से पूरा नाला पटा हुआ है। बगैर सफाई इस नाले से बारिश का पानी निकलना मुश्किल होगा। पानी नहीं निकलेगा तो बाढ़ की स्थिति बनेगी। पूरे मोहल्ले में इस नाले का पानी बारिश में हर साल भर जाता है। हजारों लोग समस्या से जूझते हैं।
मुख्तार अहमद, बेली
नाला सफाई का काम इधर तो कहीं नहीं चला। यदि सफाई किया गया होता तो इस मिन्टो रोड के नाले की कंडीशन ऐसी नहीं होती। नाला के किनारे लोगों के घर बने हुए हैं। दुर्गंध से उनका जीना दुश्वार हो गया है। इस नाला से बेली हॉस्पिटल सहित मोहल्ले के सैकड़ों मकानों का पानी बहता है। फिर भी इस नाले की सफाई अब तक नहीं की गई।
बाबा, बेली स्टेनली रोड
हर रोज सुनने में आता है कि नगर निगम नाला की सफाई के अभियान में जुटा है। आप खुद ही देख लीजिए कि इस बेली मिंटो रोड के नाले की क्या स्थिति है। नगर निगम का अभियान चाहे जहां चल रहा हो पर इस नाले की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। केवल मेन रोड पर दिखावे के लिए कुछ नालों की सफाई की जा रही है। मोहल्लों के अंदर के नालों की कंडीशन बदतर है।
बाबू लाल, स्टेनली रोड बेली
बेली मिंटो रोड के इस नाले की सफाई पिछले कई वर्षों से नहीं हुई। हम यहां कमरा लेकर करीब चार साल से तैयारी करते हैं। इस नाले से उठने वाला दुर्गंध पूरा मूड खराब कर देता है। रूम इतने महंगे हैं कि खोजने में बड़ी मुश्किल होती है। नाला सफाई का काम तो होना ही चाहिए। नगर निगम का दायित्व है। जिम्मेदार ध्यान दें तब न।
अंकित पांडेय, स्टेनली रोड बेली
पिछले वर्षों की तरह इस बार भी नाला साफ नहीं होने के कारण निश्चित रूप से मोहल्ले में जल भराव होगा। हजारों लोग इस जल भराव की समस्या से जूझेंगे। मगर नगर निगम के अधिकारियों को क्या? समस्या से वह तो जूझते नहीं फिर किस लिए इस काम में वे दिलचस्पी लेंगे।
प्रवेश कुमार, स्टेनली रोड बेली