प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बिशप जानसन स्कूल के सामने खोदाई के बाद खाई हो गई। नाले तक को ढका नहीं गया है। जिसके चलते कभी भी कोई हादसा हो सकता है। प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि बंद गेट के सामने कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं दी है। कुछ बच्चें ऐसे है कि नाले व खाई के ऊपर से छलांग लगा इधर से उधर जाने का प्रयास कर रहे है। इनको रोकने व टोकने वाला तक कोई नहीं है। सबसे बड़ी है कि दोपहर के समय स्कूल छूटने पर आम पब्लिक तक रास्ते बदलने पर मजबूर हो जा रहे है। इस वक्त ट्रैफिक पुलिस के सिपाही व होमगार्ड की डयूटी लगाया गया है। सुबह एंट्री और दोपहर में स्कूल से एग्जिट के समय ट्रैफिक कंट्रोल करने में पसीना छूट जा रहा है।

कैसे पड़ेगा वोट
यूपी विधानसभा चुनाव-2022 के पाचवें चरण में बिशप जानसन स्कूल एंड कॉलेज को पोलिंग बूथ भी बनाया गया है। यहां 27 फरवरी के मतदान के लिए चार पोलिंग बूथ भी बनाए गए हैं। यहां बड़ी संख्या में मतदताओं के वोट देने की संभावना है। हालात और शिथिल काम देखते हुए कहीं से यह नहीं लग रहा है कि 27 फरवरी को काम खत्म हो पाएगा। ऐसे अभिभावक और स्कूल प्रबंधन को इस बात का डर लग रहा है कि अगर कहीं दूसरा गेट भी खोद दिया गया मतदान कैसे हो पाएगा।

खोदाई हुई तो बंद करना पड़ सकता है स्कूल
बिशप जानसन स्कूल के दो गेट है। अवकाश के दौरान दोनों गेट खोल दिए जाते है। एक गेट से जूनियर क्लास तो दूसरे गेट से सीनियर क्लास के बच्चों को छोड़ा जाता है। एक गेट बंद होने के बाद अब विद्यालय प्रबंधन को यह लग रहा है कि कहीं दूसरा गेट भी अगर खोदाई के कारण बंद करना पड़ा तो विद्यालय में छूट्टी करना पड़ सकता है। फिलहाल एक गेट बंद होने से अभिभावकों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है।

स्कूल के सामने इतना बड़ा नाला खोद दिया गया है। ऐसे में गेट बंद हो गया है। जाम के साथ बच्चों के गिरने का डर भी बना रहता है। यह लापरवाही किसी को चोटिल कर सकता है।
अमित कुमार अभिभावक

एक गेट बंद होने से बच्चों को रोक-रोककर छोड़ा जा रहा है। ऐसे में काफी समय लग रहा है। बच्चे दो घंटे में घर पहुंच रहे हैं। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
सानू जोहर