रोजाना अपने ओपीडी की खुद करते हैं सफाई, आई नेक्स्ट के अभियान के साथ जुड़कर दिया संदेश
ALLAHABAD: नामचीन डॉक्टर हैं। अच्छी-खासी प्रेक्टिस भी है लेकिन अपने क्लीनिक और घर की साफ-सफाई में रोजाना हाथ बंटाते हैं। उनका कहना है कि ऐसा करने से मरीज और परिजनों में बेहतर संदेश जाता है। शनिवार को उन्होंने आई नेक्स्ट के अभियान के साथ जुड़कर अपनी क्लीनिक और इंस्ट्रूमेंट्स की खुद सफाई की। उन्होंने कहा कि पब्लिक को भी इस दिवाली खुद साफ-सफाई करने का संकल्प लेकर जागरुकता का संदेश देना चाहिए।
मशीनों की सफाई से मरीजों को होगा फायदा
बेली हॉस्पिटल के सीनियर आप्टोमेट्रिस्ट डॉ। एसएम अब्बास की ओपीडी में रोजाना सैकड़ों मरीज आते हैं। लेकिन, सुबह आते ही वह सबसे पहले जांच मशीनों की साफ-सफाई करते हैं। इसके अलावा वह घर पर भी सफाई करने में पीछे नही रहते। वह कहते हैं कि इन जांच मशीनों की रिपोर्ट के आधार पर ही मरीजों का इलाज शुरू होता है। इनकी कीमत भी लाखों रुपए की है। इसलिए इनकी साफ-सफाई जरूरी है। गंदगी से इनमें एरर आने की संभावना होती है, ऐसे में अगर गलत रिपोर्ट आई तो मरीज की आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
खुद लगाते हैं क्लीनिक में झाड़ू
इसी तरह कश्यप क्लीनिक के सायको सेक्सोलाजिस्ट डॉ। बीके कश्यप भी रोजाना अपने क्लीनिक में झाड़ू लगाते हैं। वह कहते हैं दिवाली पर घर की सफाई तो सभी करते हैं लेकिन अपने कार्यस्थल को जस का तस छोड़ देते हैं। इससे मरीजों और परिजनों के बीच अच्छा संदेश नही जाता है। इस दिवाली उन्होंने अपनी क्लीनिक के साथ घर में साफ-सफाई के काम पूरा हाथ बटाया है।