प्रयागराज (ब्यूरो)। निकाय चुनाव में सिंबल भी बेहद महत्वपूर्ण है। पार्टी के टिकट पर चुनाव लडऩे वालों को पहले से पता है कि उन्हें किस सिंबल पर चुनाव लडऩा है। वह कौन सा निशान लेकर पब्लिक के बीच जाएगा। इससे पहले प्रत्याशियों ने जुगत लगा लिया है कि उन्हें ऐसा सिंबल एलॉट किया जाय जो पब्लिक के बीच पहले से हो। जिसे मतदाता आराम से पहचान ले। जिसका अर्थ भी बेहतर निकाला जाय। सिंबल ऐसा हो जो उनके ग्रह नक्षत्रों को भी सपोर्ट करता हो। इसके लिए उन्होंने अपने स्तर पर काम तो कर लिया है। अब रिटर्निंग अफसर की तरफ उनकी निगाहें टिकी हैं कि किसे क्या सिंबल एलॉट किया जाता है।
38 सिंबल बटेंगे मेयर और नगर पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों को
30 चुनाव चिन्ह आवंटित किये जाएंगे सभासद व नगर पंचायत सदस्य पद को
हर प्रत्याशी ने दिया है पांच विकल्प
नगर निकाय चुनाव के लिए नामांकन और नामांकन पत्रों की जांच की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब नामांकन पत्रों को वापस लेने की प्रक्रिया और इसके बाद फाइनल लिस्ट को सिंबल आवंटित किया जायेगा। प्रत्येक निर्दल प्रत्याशी ने सिंबल आवंटित करने के लिए पांच विकल्प को सेलेक्ट किया है। निर्वाचन प्रक्रिया को सम्पन्न कराने में लगे अफसरों की तरफ से प्रत्येक प्रत्याशी से आप्शन भी मांग लिया गया है। प्रयागराज नगर निगम में कुल 22 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भरा है। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशियों को तो वही चुनाव चिन्ह आवंटित किया जायेगा जो उनके दलों के नाम से रजिस्टर्ड है। बाकी बचे प्रत्याशियों के बीच आवंटित करने के लिए कुल 38 निशान मौजूद हैं। नगर निगम में मेयर और नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरने वाले निर्दल प्रत्याशियों से इसीलिए ऑप्शन मांग लिये गये हैं क्योंकि विकल्प के कई सिंबल स्पेयर में बच जाने हैं।
मेयर पद पर त्रिशूल भी है डिमांडेड
गर्मी का सीजन है तो इस समय सुराही सबसे ज्यादा डिमांडेड है। गरीबों की फ्रिज की पहचान रखने वाली सुराही आसानी से सभी समझ जाएंगे। इसके अलावा त्रिशूल और शंख को सिंबल के रूप में डिमांड करने वालों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा शहनाई, छत का पंखा, सैनिक, सितारा, गदा, पानी की बोतल, टेबल फैन, जीप, अनार, वायुयान भी लिस्ट में है। सैनिक, शहनाई, सुराही और शंख को कई उम्मीदवारों ने प्रथम विकल्प में रखा है। गदा, पानी की बोतल, टेबल फैन, जीप, वायुयान व अनार को ज्यादातर ने द्वितीय व तृतीय तथा अन्य विकल्प में रखा है।
पार्षदों को भाया मुकुट और तोप
नगर निगम के पार्षद व नगर पंचायत के सदस्य पद पर चुनाव मैदान में किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशियों के लिए कुल 30 सिंबल एलॉट किये गये हैं। सभासद के प्रत्याशी भी मतदाता से सीधे कनेक्ट करने वाले निशान पर फोकस हैं। इसी का नतीजा है कि यहां मुकुट और तोप जैसे निशान डिमांडेड हो गये हैं। त्रिशूल के साथ घंटी, चश्मा की डिमांड करने वाले ज्यादा सबसे ज्यादा चाहत है। गुलाब का फूल, छाता, ड्रम, डमरू, ढोलक, कार व आम की मांग दूसरे, तीसरे व इसके बाद के स्थान पर हैं।
नगर पंचायतों में खड़ाऊं
पार्षद पद और नगर पंचायत के सदस्य पद पर ओखली, इमली, खड़ाऊं, गाजर, झोपड़ी, नाव, केला की मांग ही नहीं है। इसी तरह महापौर व नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर कंघा, अलाव और आदमी, ऊन का गोला, चिडिय़ा का घोसला, केला का पेड़, फूल और घास की भी मांग नहीं है।
निर्दल प्रत्याशियों को प्रतीक आवंटन के लिए पांच विकल्प मांगे जाते हैं। ये विकल्प क्रमानुसार मांगे जाते हैं। प्रथम विकल्प किसी को आवंटित हो जाता है तो दूसरा विकल्प दूसर को दे दिया जाता है। इसी तरह अन्य विकल्प के अनुसार प्रतीक वितरित किए जाते हैं। जगदंबा ङ्क्षसह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी