प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जनवरी आधी बीत चुकी है। फरवरी मिड के ठीक बाद बोर्ड एग्जाम शुरू हो जाएंगे। यूपी बोर्ड के एग्जाम 22 फरवरी, सीबीएसई एग्जाम 26 और आईसीएसई के एग्जाम 21 फरवरी से स्टार्ट हो रहे हैं। जाहिर है इस साल परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्रों पर धीरे धीरे तनाव बढ़ रहा है। जो स्टूडेंट्स 10 या 12वीं का एग्जाम देने जा रहे हैं उन पर प्रेशर भी बढ़ रहा है। कोर्स का तो प्रेशर है ही, एग्जाम पैटर्न और पूछे जाने वाले सवालों को लेकर अलग ही प्रेशर है। इसके साथ ही प्रेशर बढ़ाने वाली बातें आसपास से भी आने लगी हैं। यह सवाल मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिकों के पास पहुंचने लगी है। एक्सपट्र्स कहते हैं कि स्टूडेंट्स को फालतू की समस्याओं की ओर ध्यान दिए बिना बस अपने एग्जाम की तैयारी करनी चाहिए। हालांकि उनके पास तमाम तरह की समस्याएं और क्वेरीज आने लगी है। खुद स्टूडेंट अपनी क्वेरीज को एक्सपट्र्स के सामने रख रहे हैं। इसी इश्यू को लेकर हमने टेक इट ईजी कैंपेन शुरू की है। जिसमें स्टूडेंट्स के एक्सपट््र्स के पास आने वाले सवालों का जवाब दिया जा रहा है। आइए जानते हैं कि बोर्ड एग्जाम फेस करने वाले स्टूडेंट्स किन बातों को लेकर आजकल परेशान हैं। उनके सवालों का जवाब दिया हमारे एक्सपर्ट मनोवैज्ञानिक डॉ। कमलेश तिवारी ने।

जितना तैयार हो चुका, उस पर करें कंसंट्रेट
ममफोर्डगंज के रहने वाले रीतेश साहू इस बार दसवीं की परीक्षा देने जा रहे हैं। उनकी समस्या है कि उनका कोर्स कम्प्लीट नही हो सका है और वह इसे लेकर काफी परेशान हैं। इस पर हमारे एक्सपर्ट का कहना है कि जितना कोर्स कम्प्लीट हुआ है उस पर मेहनत करें। जो सवाल आते हैं उनको बार बार हल करने प्रेक्टिस करिए। बिना मतलब तनाव लेने की जरूरत नही है। कॉपी पर सवालों के जवाब बार बार लिखें। इससे आपका जितना कोर्स कम्प्लीट हुआ है उसके सवालों को हल करके ही आप बेहतर नंबर से पास हो जाएंगे।

लिखकर करें प्रैक्टिस याद भी हो जाएगा
कटरा के रहने वाली ट्विंकल गुप्ता का इस बार बारहवीं का एग्जाम देना है। वह आजकल काफी परेशान हैं। उनकी समस्या है कि वह जो भी पढ़ती है उसे भूल जाती हैं। इस पर हमारे एक्सपट्र्स का कहना है कि जो भी याद करती हैं उसे एक कॉपी पर बार बार लिखें। ऐसा करने से भूलने का सवाल नही उठता है। एक चीज को तीन से चार बार लिखने से वह एकदम कंठस्थ हो जाती है। उसे बार बार याद करने की जरूरत नही होती है।

पेपर को पढ़कर समझें फिर लिखें जवाब
सिविल लाइंस के रहने वाले प्रत्यूष इस बार दसवीं का बोर्ड का एग्जाम देने जा रहे हैं। लेकिन वह अपनी एक समस्या से बेहद परेशान है। इसको लेकर वह मनो विज्ञान शाला भी गए थे। उनकी समस्या है कि एग्जाम में आने वाले किसी भी प्रश्न का जवाब किस प्रकार से देना चाहिए। इस पर हमारे एक्सपर्ट का कहना है कि एग्जाम में क्वेश्चन पेपर आने के बाद सवालों को दो से तीन बार पढ़े। ऐसा करने से अपने आप सवाल समझ में आ जाएगा। इसके बाद इसका जवाब देना आसान होगा। कभी भी क्वेश्चन पेपर को देखकर परेशान नही होना चाहिए। दिमाग को कूल रखना चाहिए।
निगेटिविटी से दूरी बना लें
मुकेश सिंह बारहवीं के छात्र हैं। इस बार उनको बोर्ड एग्जाम देना है। उनकी समस्या है कि लोग बोर्ड परीक्षा को लेकर निगेटिव बातें करते हैं। जिससे उनका ध्यान भंग होता है। इससे वह परेशान हैं। उन्हे फेल होने की चिंता सताने लगी है। इस पर हमारे एक्सपर्ट कहते हैं कि दूसरों की बातें पर ध्यान मत दीजिए। आप एक टाइम टेबल बनाकर अपनी पढ़ाई करिए। परीक्षा के अंजाम के बारे में सोचना छोड़ दीजिए। आप कर्म करिए, फल की चिंता भगवान पर छोड़ दीजिए।