-बेली अस्पताल के समीप, दारागंज, मेडिकल चौराहा, झूंसी, बेनीगंज, हाईकोर्ट, धूमनगंज और नैनी में सेंटर

-मोबाइल नंबर और पता बताकर ही हो जाएगा रजिस्ट्रेशन, 10 से पांच बजे तक होती है सैंपलिंग

प्रयागराज- कोविड-19 संक्रमण इन दिनों जिस रफ्तार से बढ़ा है उसकी अपेक्षा जांच कराने वालों की तादाद काफी कम है। इसकी वजह यह भी है कि कोरोना जांच सेंटर और वहां की प्रक्रिया से तमाम लोग अनजान हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों की सुविधा के लिए उन्हीं की पहुंच वाले क्षेत्रों में जांच केंद्र बनाए हैं। वहां अपना पता और मोबाइल नंबर बताने से ही काम चलेगा। मोबाइल नंबर एक अपना और एक अपने किसी सगे संबंधी का रखें तो बेहतर होगा।

जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना जांच केंद्र शहर उत्तरी में बेली अस्पताल के समीप अर्नी मेमोरियल पब्लिक स्कूल, मेडिकल चौराहे के समीप प्रोफेसर राजेंद्र सिंह 'रज्जू भइया' राज्य विश्वविद्यालय के एडवांस स्टडीज सेंटर में, दारागंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हाईकोर्ट, इलाहाबाद डिग्री कालेज (एडीसी) बेनीगंज, एसजेएस पब्लिक स्कूल झूंसी, नंद किशोर इंटर कालेज धूमनगंज, ईएसआई नैनी और फाफामऊ स्थित लाल बहादुर शास्त्री होम्योपैथिक कालेज में बनाया गया है। इसके अलावा एमएमयू (मोबाइल टेस्टिंग यूनिट) भी शहर में भ्रमण कर रही है।

चार बजे तक रजिस्ट्रेशन

जांच केंद्रों पर सुबह 10 से शाम चार बजे तक रजिस्ट्रेशन होता है। शाम पांच बजे तक सैंपल लिए जाते हैं। ज्यादा भीड़ से बचना हो तो सुबह नौ बजे के आसपास केंद्र पर पहुंच जाएं।

आधार कार्ड की टेंशन न लें

एडीसी जांच केंद्र प्रभारी डा। राशिद और रज्जू भइया राज्य विश्वविद्यालय परिसर के कोरोना जांच केंद्र प्रभारी डा। रामसिंह ने बताया कि आधार कार्ड नहीं मांगा जा रहा है। जिसे कोरोना की जांच कराना है उसे अपना मोबाइल नंबर व पता बताना होगा। उसी पर रजिस्ट्रेशन होता है। एक और मोबाइल नंबर किसी सगे संबंधी का लिखकर लाएं।

जांच रिपोर्ट में हो सकती है देर

डा। रामसिंह ने बताया कि सभी जगह आरटीपीसीआर जांच हो रही है। इसकी रिपोर्ट पोर्टल पर कब अपलोड होगी इसका पता नहीं क्योंकि माइक्रो बायोलॉजी लैब में जांच का लोड काफी बढ़ चुका है।