प्रयागराज (ब्‍यूरो)। ठंड का मौसम आ गया है। धीरे धीरे सिहरन और ठिठुरन का अहसास होने लगा है। अगले कुछ दिनों में तापमान और अधिक नीचे जाएगा। ऐसे में अपने हार्ट को लेकर सतर्क रहना होगा। जरा सी गलती से हार्ट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खुद डॉक्टर्स का कहना है कि थोड़ी सावधानी बरतकर किसी बड़ी समस्या से बचा जा सकता है। खासकर जो लोग दिल की बीमारी से ग्रसित हैं, उन्हें जागरुक होना होगा।

सर्दी में खतरा क्यों
गर्मियों के मौसम के मुकाबले ठंड के सीजन में हार्ट को पूरे शरीर को आक्सीजन और ब्लड सप्लाई करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। अधिक ठंड होने पर खून की सप्लाई करने वाली धमनियां सिकुडऩे लगती हैं और खून का दौरा धीमा होने लगता है। हार्ट को आक्सीजन कम मिलने से उसकी मसल्स कमजोर हो जाती हैं और हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। यही कारण है कि जो लोग सावधानी नही बरतते उनको दिसंबर और जनवरी के महीने में दिल से जुड़ी बीमारी होने लगती है।

इनको होना होगा सतर्क
- ब्लड प्रेशर से ग्रसित
- सीवियर डायबिटिक
- अधिक कोलेस्ट्राल होने पर
- अधिक वजन वालों को
- अधिक शराब पीने वाले
- अधिक स्मोकिंग करने वाले
- अधिक फास्ट फूड और पारंपरिक भोजन से दूर रहने वाले

दिल के रोगी भी ध्यान दें
दौडऩे और तेज चलने से बचें
सीजनली फ्लू बढ़ा सकता है हार्ट की परेशानी
शरीर को हमेशा गर्म रखें
अधिक ठंड होने पर घर के भीतर रहें
कमरे को गर्म रखने की कोशिश करें
कान, हथेली और पैरों को बंद रखे
पानी की पर्याप्त मात्रा लेते रहें
तनाव लेने से बचना होगा

फुल रहता है आईसीयू वार्ड
एसआरएन अस्पताल का आईसीयू वार्ड हमेशा फुल रहता है। 16 बेड के इस वार्ड में गंभीर मरीजों को भर्ती कराने में डॉक्टरो ंका पसीना छूट जाता है। यही कारण है कि कई बार मरीजों को आपात काल में उचित इलाज नही मिल पाता। उन्हें प्राइवेट में शिफ्ट किया जाता है या दूसरे शहर का मरीज सहारा लेते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि संसाधन सीमित हैं ऐसे में जो लोग पहले से हार्ट के मरीज हैं उन्हें अपना अधिक ध्यान रखना होगा।

ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। अभी से लोगो ंको एलर्ट हो जाना चाहिए। लापरवाही जानलेवा हो सकती है। जो लोग स्वस्थ हैं और जो लोग पहले से दिल के रोगी हैं, दोनों को एलर्ट मोड पर रहना होगा। क्योंकि दिल की बीमारी साइलेंट तरीके से अटैक करती है।
डॉ। मो। शाहिद, कार्डियोलाजिस्ट