प्रयागराज (ब्यूरो)। दस जून को शहर के अटाला में जो बलवा और आगजनी हुई थी। घटना से क्षेत्र के आम शहरी व व्यापारियों में के जेहन में खौफ भर गई थी। आलम यह रहा कि पूरे एक हफ्ते से उनके प्रतिष्ठानों व दुकानों में ताला लगा रहा। शुक्रवार को जुमे की नमाज शांति पूर्ण बीतने के बाद शनिवार को क्षेत्र का गर्म माहौल ठंडा रहा। हफ्ते भर बाद ज्यादातर व्यापारी दुकानें खोल कर ग्राहकों का इंतजार करते रहे। दस जून से सन्नाटे में रहीं सड़कों पर भी लोग आवागमन करते हुए दिखाई दिए। दुकान खोलने के बावजूद घटना से प्रभावित हुई सेल को लेकर व्यापारी काफी आहत रहे। उनका कहना था कि ऐसी घटनाओं से नुकसान सिर्फ व्यापारियों व आम पब्लिक का ही हुआ है और होता है। जिन्होंने यह सब कुछ किया वह तो भाग गए। हफ्ते भर से नुकसान केवल यहां के व्यापारी ही झेल रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर दुकानदारों को प्रशासन ने कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। व्यापारियों ने कहा कि सेलिंग शुरू हो जाय तो वह खुद कैमरे लगाएंगे। ज्यादातर प्रतिष्ठानों में यहां सीसीटीवी कैमरे पहले से ही लगाए गए हैं।
पूरे सात दिन बाद दुकान खोले हैं। ग्राहकों की स्थिति काफी डल है। धीरे-धीरे लोगों घरों से निकलना शुरू किए हैं। एक दो दिन में स्थिति नार्मल हो जाने के बाद ही सेलिंग में सुधार होगा। अटाला में इस तरह की घटना कभी नहीं हुईं। नुकसान तो सभी व्यापारियों का हुआ है।
मो। जैद, व्यापारी
धीरे-धीरे स्थिति नार्मल हो रही है। अभी पूरी तरह से मार्केट में लोग नहीं निकल रहे। घटना के बाद से हम सब दुकान खोले जरूर हैं पर सेलिंग की स्थिति ठीक नहीं हैं। हालांकि प्रशासन हम लोगों को दुकानें बंद करने के लिए नहीं कहा था। लेकिन, जब लोग ही नहीं निकल रहे थे तो सब दुकान ही खोल कर क्या करते।
एसए अहमद, व्यापारी
ऐसी घटनाओं से नुकसान छोड़कर फायदा किसी के नहीं होते। पूरे एक हफ्ते बात दुकान खोला हूं और सुबह से एक भी ग्राहक नहीं आया। सुकून इस बात का है कि रोड पर अब पब्लिक निकलने लगी है। यहां हिन्दू और मुस्लिम जैसी कभी कोई बात नहीं रही। हम हमेशा एक दूसरे के सुख दुख में खड़े रहे हैं। कुछ लोग हैं जो माहौल बिगाड़ते हैं।
शकील अहमद, व्यापारी
जब ग्राहक व रोड पर पब्लिक ही नहीं थी तो दुकान खोलकर करते भी क्या। यहां ज्यादातर दुकानों में आप सीसीटीवी कैमरे पाएंगे। आज माहौल में काफी सुधार देखकर दुकान खोले हैं। अब स्थिति नार्मल हो रही तो बिक्री भी आज नहीं कल होगी ही। चंद लोगों की वजह से हम जैसे तमाम व्यापारियों को हफ्ते भर नुकसान का सामना करना पड़ा।
शराफत हुसैन, व्यापारी