कर्मचारियों की लापरवाही से पब्लिक आरटीओ आफिस का लगा रही चक्कर

आफिस पहुंचने पर वाहन स्वामी को पता चला चालान कटने की जानकारी

आम पब्लिक को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर बढ़े जुर्माने से ज्यादा प्रॉब्लम चालान में गड़बड़ी से हो रही है। ऑनलाइन सिस्टम में गलत फीडिंग से पब्लिक को परेशान होना पड़ रहा है। कार्रवाई के साथ-साथ शिकायतें भी बढ़ती जा रही हैं। कुछ ऐसे ही मामले जागरण आई-नेक्स्ट के पास आई हैैं। जहां वाहन स्वामी की गाड़ी जिले से बाहर गई ही नहीं और आरटीओ द्वारा गाड़ी का चालान कर दिया गया। सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि वाहन स्वामी जब वाहन संबंधित कार्य के लिए आरटीओ आफिस पहुंचा तब उसको चालान की जानकारी हुई। अब वह आरटीओ ऑफिस के चक्कर लगा रहा है।

केस एक

करछना एरिया की रहने वाली गीता श्रीवास्तव के पास लाल रंग की यूपी 70 बीसी 0918 नंबर से स्कूटी है। इन्होंने अपनी स्कूटी किसी दूसरे के नाम पर ट्रांसफर कराने के लिए अपने परिचित को आरटीओ ऑफिस भेजा। जब वह आरटीओ गए तो वहां के बाबू ने बताया कि स्कूटी का चालान आयोध्या में हुआ है। इसपर वह हैरान हो गए। उन्होंने इसकी जानकारी फोन पर गीता को दी। उन्होंने बताया कि वह कभी अयोध्या गई ही नहीं तो चालान कैसे हो सकता है। चालान पर स्कूटी की फोटो तक नहीं है। इस पर बाबू

ने आयोध्या आरटीओ से संपर्क करने को कहा। उनसे कई बार संपर्क करने पर भी वाहन स्वामी का काम नहीं हुआ। वह कभी आरटीओ आयोध्या को फोन लगाते तो कभी आरटीओ प्रयागराज के ट्रांसफर के लिए चक्कर काटते।

केस टू

शिवराज सिंह के पास यूपी 70 एफटी 6685 नंबर का ट्रक है। इनका ट्रक किसी कंपनी में लगा हुआ है। ट्रक सिर्फ चित्रकूट और बांदा रूट पर चलती है। जबकि इनका चालान नैनी एरिया में 70 हजार का कर दिया गया। जिस वक्त चालान किया गया। उस वक्त उनकी गाड़ी कंपनी के साइड पर खड़ी थी। उनके पास उनका प्रमाण भी है। इस बात की जानकारी उनको तब हुई जब वह ट्रक फिटनेस बनवाने के लिए आरटीओ ऑफिस गए हुये थे। अब उनका फिटनेस संबंधित कार्य नहीं हो रहा है। वह चालान कैंसिल कराने के लिए आरटीओ ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैैं।

वाहन में नंबर मिस होना या फिर छेड़छाड़ होने के कारण गलत चालान कभी-कभी हो जाते हैं। चालान गलत हुआ है तो कैंसिल भी होगा। उसके लिए वाहन स्वामी को उसी जिले में जाना होगा। जहां से चालान किया गया। एप्लीकेशन देकर दावा करें। अगर गलत होगा तो कैंसिल होगा।

राजेश कुमार मौर्या

आरटीओ प्रशासन