सिविल लाइंस क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों पर आवागमन हुआ दूभर

सौ मीटर दूरी में तीस से अधिक बड़े व छोटे गड्ढे

PRAYAGRAJ: दूरदराज छोडि़ए शहर के वीआईपी क्षेत्र सिविल लाइंस की ही सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। इन सड़कों पर कीचड़ व फिसलन से आवागमन मुश्किलों से भरा है। विशाल मेगा मार्ट से लेकर कानपुर मेन रोड तक की लगभग सौ से डेढ सौ मीटर तक की पूरी सड़क पर तीस से अधिक छोटे व बड़े गड्ढे हैं। बारिश के दिनों में इन सड़कों पर चलना जान को जोखिम में डालने जैसा है।

कुछ ही दिन में उखड़ गई परत

इस सड़क का निर्माण 2019 कुंभ के दौरान हुआ था। दावा किया गया था कि सड़क लंबे समय तक चलेगी। इसमें इस्तेमाल मटेरियल की गुणवक्ता काफी अच्छी है। हालांकि विशाल मेगा मार्ट रोड से लेकर कानपुर मेन रोड को जोड़ने वाली सड़क बीच में भी एक बार मरम्मत हो चुकी है। उसके कुछ ही दिन बाद परत उखड़ गई। जगह-जगह गहरे गड्ढ़े हो गए है। हल्की सी बारिश होते ही जलभराव हो जाता है। पानी निकलने तक का कोई रास्ता नहीं है। धूप से सूखने में दो दिन लग जाता है। इन पर वाहन चलाने से बॉडी को जबरदस्त शॉक लगते हैं।

जब सड़के सही नहीं है तो आरटीओ फीस किस बात की लेते हैं। इस पर अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है। इन रास्तों से दिन में कई बार निकलना पड़ता है। हर बार रास्ता बदलना पड़ता है।

प्रतीक पांडेय, पब्लिक

निश्चित रूप से सिविल लाइंस क्षेत्र में कई जगह सड़कों का बहुत बुरा हाल है और रही कसर सड़क चौड़ीकरण ने पूरी कर दी है। शहर का सबसे पॉश इलाका होने के बाद सड़कों की यह स्थित निराशाजनक है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर तत्काल कार्रवाई करके इसको ठीक करना चाहिए।

शशांक जैन, व्यापारी

कुंभ के दौरान सड़क निर्माण के साथ-साथ ही चौराहों पर टेबल टॉप का निर्माण कराया गया था। जो पूर्ण रूप से अ दूरदर्शिता पूर्ण था। जिसके कारण सड़कों पर हल्की बारिश होने पर भी जलजमाव हो जाता और जलजमाव के कारण सड़के जल्दी टूट कर क्षतिग्रस्त हो जा रही है।

विजय द्विवेदी, समाजसेवी

इन सड़कों पर मेरे सामने ही कई लोग गिर कर जख्मी हुए हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत तो बारिश के दिनों में होती है। चार पहिया वाले तो फिर भी झटके खाते निकल जाते हैं। हालात दो पहिया वालों की खराब होती है। जलभराव के समय आप पीछे बैठा करा निकल ही नहीं सकते हैं। कब गिर जाये कोई भरोसा नहीं।

अंकित जायसवाल, पब्लिक

इन लेन में व्यापार करना पड़ा मुश्किल है। बार-बार आने-जाने में खतरा बना रहता है। सड़कें तो सड़कें सर्विस लेन का भी हाल बेहाल है। पैदल चलना कठिन है। गुरु प्रसाद के सामने जो सीढ़ी बनी है। बहुत ही रिक्स है। रोज कोई न कोई फिसलता है।

अवंतिका टंडन, व्यापारी

क्षतिग्रस्त सड़कों को चिह्नित कर रिपोर्ट मांगी गई है। इन खराब सड़कों को मरम्मत करने के लिए एक समय भी दिया जाएगा। जल्द ही लोगों को इन गड्ढों से निजात मिल जाएगी।

संजय गोयल

कमिश्नर प्रयागराज मंडल