2011 टीजीटी जीव विज्ञान के 80 पदों के लिए 58 हजार ने किया था आवेदन

10 साल बाद भी नहीं पूरी हो सकी वैकेंसी

2016 टीजीटी जीव विज्ञान की अभी तक नहीं हो सकी लिखित परीक्षा

हाईकोर्ट ने लास्ट इयर ही परीक्षा कराने का दिया था निर्देश

2016 टीजीटी प्रावधिक कला का नहीं हो सका इंटरव्यू

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में पिछले 10 सालों से फंसी जीव विज्ञान की वैकेंसी

2016 में भी दो विषयों का अभी तक नहीं हो सका इंटरव्यू

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PRAYAGRAJ: सरकारी नौकरी की चाहत में पढ़ाई कर रहे प्रतियोगियों का गुस्सा अब धीरे-धीरे फूटने लगा है। बुधवार को बालसन चौराहा पर जुटे प्रतियोगियों के गुस्से के पीछे लंबे समय से रूकी भर्ती परीक्षाएं हैं। ऐसे में नौकरी की चाहत में बैठे प्रतियोगियों की बढ़ती उम्र उनके संयम को खत्म करने लगी है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में ही दस सालों से जीव विज्ञान विषय के एक भी शिक्षक की भर्ती नहीं हो सकी। वर्ष 2011 में जीव विज्ञान की लिखित परीक्षा होने के बाद से हजारों की संख्या में अभ्यर्थी इंटरव्यू का इंतजार कर रहे हैं। 2011 जीव विज्ञान में कुल 58 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। वहीं 2016 में जीव विज्ञान के 67 हजार के करीब अभ्यर्थियों की आज तक लिखित परीक्षा नहीं हो सकी।

2016 के विज्ञापन में दो विषयों का नहीं हो सका इंटरव्यू

माध्यमिक शिक्षा सेवा बोर्ड में वर्ष 2016 में टीजीटी-पीजीटी का विज्ञापन जारी हुआ था। लंबे इंतजार के बाद लिखित परीक्षा आयोजित हुई। उसके बाद से अभी तक इंटरव्यू का सिलसिला जारी है। जो चार साल बीतने के बाद भी खत्म नहीं हो सका। टीजीटी-पीजीटी 2016 के तहत प्रावधिक कला के लिखित परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों का इंटरव्यू अभी होना है। चयन बोर्ड की कार्यशैली का आलम ये है कि 2016 के बाद से कोई वैकेंसी अभी तक जारी नहीं हो सकी। लास्ट इयर के आखिर में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने 15500 पदों पर टीचर्स की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। जिसमें बोर्ड की मनमानी के कारण शुरु हुए विवाद के बाद उसे निरस्त कर दिया गया। उसके बाद से अभी तक विज्ञापन नहीं जारी हो सका। ऐसे में लगातार प्रतियोगी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर प्रदर्शन करके नाराजगी जाहिर करते रहे हैं।

- बायलोजी विषय के प्रतियोगी 2011 से अभी तक रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैैं। 2016 जीव विज्ञान को लेकर चल रहे विवाद में कोर्ट से जीतने के बाद भी लिखित परीक्षा अभी तक नहीं हो सकी।

जितेन्द्र यादव

अध्यक्ष, बायलोजी संघर्ष मोर्चा