प्रयागराज (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत में आरटीओ विभाग के अफसरों ने बताया कि सूची प्राप्त होते ही आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा। इन गाडिय़ों का इंश्योरेंस, फिटनेस, पीयूसी सर्टिफिकेट से लेकर अन्य दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इन दस्तावेजों में कमी मिलने पर सीज के साथ अन्य कार्रवाई भी की जाएगी। पुलिस की टीम चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के अलावा अन्य प्राइवेट जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को भी साथ ले गई है। जहां-जहां भीड़ व बाइक-कार एकत्रित हुई थी, उस प्रत्येक स्थान के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। भीड़ में आने वाले लोग कौन हैं? ये यहां पहुंचे क्यों थे? किसी ने बुलाया था क्या? आदि की पड़ताल की जा रही है।

निकलवा रहे टावर का डिटेल
पुलिस एरिया में लगे मोबाइल टावर को भी ट्रैक कर रही है। घटनास्थल और आसपास के एरिया में लगे टावर से घटना के समय और उसके पहले और बाद में हुई बातचीत की डिटेल निकाली जा रही है। भीड़ के दौरान सभी लोगों से कौन सा नंबर से ज्यादा संपर्क साध रहा था? इसे ट्रैक करने के साथ ही घटना से कुछ दिन पहले इस एरिया में किसी की असामान्य उपस्थिति भी ट्रैक की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने फुटेज के आधार पर दो सौ के करीब नाम ट्रैक किया है।
जिस भी वाहन नंबर की डिटेल्स मांगा जा रहा है। उसे तत्काल उपलब्ध कराया जा रहा है। वाहनों के दस्तावेज की भी जांच होगी। कमी मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डा। सियाराम वर्मा
एआरटीओ प्रशासन

40
से अधिक वाहनों का नंबर हो चुका है ट्रेस
133
वाहन एक ही जगह पर एक ही घंटे के अंतराल घूमते दिखे
20
कार बिना नंबर प्लेट के घूमते हुए दिखी
25
बाइक का झुंड पेट्रोल पंप पर सिर्फ खड़ा दिखा है
1500
से अधिक मोबाइल फोन उस एरिया में लगे मोबाइल नेटवर्क से हो रहे थे इस्तेमाल