प्रयागराज (ब्यूरो)। खेवराजपुर गांव की बस्ती से बाहर खेत में मकान बनाकर एक परिवार रह रहा था। परिवार के मुखिया का बेटा प्रयागराज स्टेशन पर पान की दुकान चलाता है। वह ज्यादातर यहीं रहता था। पिछले महीने 22 अप्रैल की रात मुखिया और उसकी पत्नी व दिव्यांग बेटी और बहू एवं दो पोतियां सो रही थीं। इसी बीच बदमाशों ने निर्ममता के साथ पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी। कातिलों की नजर से एक मासूम बच गई थी। क्राइम सीन और बॉडी की कंडीशन से महिलाओं व युवती के साथ रेप की आशंका परिवार के द्वारा जताई गई थी। पांचों की बॉडी का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के पैनल द्वारा महिलाओं व युवती से रेप की पुष्टि के लिए स्वाब सुरक्षित कर लैब भेजा गया था। लैब की स्वाब जांच रिपोर्ट में महिलाओं व युवती के साथ रेप की बात साबित हो गई है। इस मामले में पुलिस द्वारा बिहार के घुमंतू गैंग के सात गुर्गों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस सात में एक महिला अभियुक्त भी शामिल है। अब पुलिस जेल भेजे गए सात में छह पुरुष अभियुक्तों का डीएनए टेस्ट कराएगी। इस टेस्ट के लिए कोर्ट से पुलिस को अनुमति मिल गई है। डीएनए टेस्ट के जरिए पुलिस यह पता लगाएगी कि महिलाओं व व युवती के साथ रेप किस-किस अभियुक्त ने किया था। यह डीएनए रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
स्वाब जांच रिपोर्ट में महिला व युवती से रेप की बात साबित हुई है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने भी रेप की बात को स्वीकार किया है। किन-किन अभियुक्तों के द्वारा रेप किया गया यह जानने के लिए डीएनए टेस्ट नौ मई को कराया जाएगा।
अजय कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी