प्रयागराज ब्यूरो आसमान में आठ अक्टूबर को एयरफोर्स की ताकत और तजुर्बे का जौहर आम पब्लिक संगम क्षेत्र में थल से देख सकेगी। एयर-शो के लिए चल रही तूफानी गति से तैयारी के मद्देनजर तीर्थ पुरोहितों को संगम एरिया से अफसरों ने हटा दिया है। अफसरों का फरमान जारी होने के बाद पुराना स्थान छोड़कर तीर्थ पुरोहित व दुकानदार संगम क्षेत्र से काली सड़क पर आ गए हैं। काली सड़क से लेकर शास्त्री ब्रिज तक यह आनन फानन छप्पर डालकर सीट बना लिए हैं। कुछ तीर्थ पुरोहित अभी अपना स्थान सेट करने में जुटे हैं। तीर्थ पुरोहितों का वर्षों पुराना स्थान बदल जाने से चल रहे पितृ पक्ष में आने वाले उनके यजमान भी काफी परेशान हैं। जिन यजमानों के पास कांट्रैक्ट नंबर है तो कॉल करके उन तक पहुंच रहे हैं। जिनके पास अपने पुरोहितों का नंबर नहीं है उन यजमानों की समस्या बढ़ गई है। तीर्थ पुरोहितों से खाली कराई गई भूमि पर अफसरों के द्वारा एयर-शो के लिए समतलीकरण व साफ सफाई का काम कराया जा रहा है।

यहां थल से दिखेगा नभ में सेना का जौहर
एयर-शो कार्यक्रम में जवानों के जरिए आसमान में अपने जौहर का प्रदर्शन किया जाएगा। जानकार बताते हैं कि एयरफोर्स के जवान बम्हपौरी एयर स्पेश से उड़ान भरेंगे। वहां से वे विभिन्न प्रकार की जहाज को उड़ाकर संगम क्षेत्र पहुंचेंगे। इसी संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट और किला के आसपास उनके जरिए आसमान में अपनी ताकत का दमदार प्रदर्शन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के जरिए जवानों द्वारा हौसले से लबरेज प्रस्तुत करतब देखकर देश के हर शख्स का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा। इस एयर-शो को देखने के लिए सिर्फ जिले से ही नहीं, गैर जनपदों व प्रदेशों से भी लोगों के आने की उम्मीद है। इसी संभावित भीड़ के मद्देनजर संगम एरिया में प्रोग्राम को तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं। रामघाट रोड से लेकर बंधवा लेटे हनुमान मंदिर के आगे किला के आसपास वीआईपी घाट तक साफ सफाई का काम चल रहा है। सफाई कार्य में सोमवार को करीब आधा दर्जन जेसीबी लगाकर जमीन को समतल कराने का काम जारी रहा। इसी के साथ वीआईपी घाट पर भी समतली करण का काम चल रहा है।

मार्गों पर कराई जा रही बैरिकेडिंग
अक्षयवट किला गेट के सामने से संगम जाने वाली रोड पर बल्ली गाड़ कर बैरिकेटिंग कर दी गई है। इन कार्यों से जुड़े लोगों की दबी जुबान पर गौर करें तो यह बैरिकेटिंग राम घाट रोड से लेकर संगम व वीआईपी घाट तक की जाएगी। एयर-शो कार्यक्रम वाले दिन संगम वीआईपी घाट पर राष्ट्रपति सहित देश के तमाम बड़े नेताओं के बैठने का प्रबंध किया जाएगा। इस लिए इस एरिया को पूरी तरह आठ अक्टूबर को एक दो दिन पहले नो पब्लिक जोन घोषित कर दिया जाएगा। यही वजह है कि संगम व वीआईपी घाट के पास से किला की ओर जाने वाली रोड किनारे छप्पर डालकर बैठने वाले तीर्थपुरोहितों व दुकानदारों को वहां से हटा दिया गया है। करीब तीन चार दिन पूर्व सभी अफसरों का निर्देश मिलने के बाद अपना स्थान छोड़कर काली सड़क से शास्त्री बृज के नीचे तक डेरा जमा लिए हैं।

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खाली हुआ संगम क्षेत्र, सेना की निगहबानी
खाली कराए गए संगम क्षेत्र में चल रही तैयारियों पर प्रशासनिक ही नहीं सेना के जवानों व अफसरों की भी नजर है। किला के ऊपर से सेना के जवान अभी से ही संगम एरिया में नजर गड़ा कर खड़े हैं। एयर-शो प्रोग्राम के एक दो दिन पूर्व यानी छह व सात अक्टूबर से संगी क्षेत्र जाने वालों सड़कों पर बैरिकेटिंग कर दी जाएगी। बैरिकेटिंग किए जाने के बाद कोई भी कार या बस जैसे वाहन संगम क्षेत्र खासकर वीआईपी घाट की ओर नहीं जा सकेंगे। यह काम सुरक्षा के मद्देनजर किए जाने की बात कही जा रही है। हालांकि इस सम्बंध में कोई भी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। एयर-शो वाले दिन आठ अक्टूबर को इस एरिया में सुरक्षा के मद्देनजर जवानों का कड़ा पहरा होगा। नाकेबंदी प्वाइंट पर हर जगह लोगों को चेकिंग से गुजरना होगा।

फिर कोई कैसे करेगा अस्थि विसर्जन
यदि आठ अक्टूबर या एक दो दिन पहले संगम क्षेत्र में सख्त पहरा लगा दिया गया तो और पब्लिक के जाने पर प्रतिबंध लगा तो एक बड़ी समस्या क्रिएट हो जाएगी। ऐसा होने पर संगम में अपनों की अस्थि विसर्जन के लिए आने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। चूंकि पितृ पक्ष चल रहा है, ऐसे में पिंडा पारने वालों की भी यहां भीड़ आ रही है। इन परिस्थितियों में अफसरों को आम पब्लिक की इस समस्या व धार्मिक मान्यताओं को पूरा करने के लिए कोई अलग रास्ता निकालना होगा। नहीं तो दूर दराज से संगम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह एयर-शो के प्रोग्राम की तैयारी व सुरक्षा व्यवस्था परेशानी का सबब बन जाएगी।

पण्डा का कोट

संगम किनारे खड़ंजा पार्ग तिराहे पर हम सभी तीर्थ पुरोहितों बैठा करते थे। एयर-शो की तैयारियों के चलते हमें वहां से हटाकर काली सड़क भेज दिया गया है। स्थान बदल जाने से पितृ पक्ष में आने वाले यजमानों को परेशानी हो रही है। जिनके पास नंबर है वह कॉल करते हैं तो आदमी भेजकर बुलवाया जाता है।
हरिनारायण शर्मा महल वाले

ज्यादातर तीर्थ पुरोहितों का कैंप संगम के आसपास ही था। वर्षों से सभी वहीं बैठते थे और यजमानों को भी अपने तीर्थ पुरोहितों का कैंप मालूम था। अब पितृ पक्ष में हम तीर्थ पुरोहितों का स्थान बदल जाने से सिर्फ पुरोहित ही नहीं आने वाले यजमान भी काफी परेशान हो रहे हैं। इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया।
मूल नारायण शर्मा, गाय बछड़ा वाले

प्रशासन के सामने तो हम सब कुछ कर नहीं सकते। हम सब को आठ अक्टूबर तक स्थान चेंज करने के लिए अफसरों द्वारा कहा गया है। हमारे स्थान बदल जाने से इस पितृ पक्ष में आने वाले यजमान अपने पुरोहित का स्थान खोजने में भटक रहे हैं। कुछ तो दूसरे यजमान से पूजा पाठ करवा कर लौटने को मजबूर हैं।
रवि पाठक, पेटारी वाले


पितृ पक्ष में आने वाले तमाम बाहरी यजमान अपने पुरोहित तक पहुंच ही नहीं पा रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या यही है। यह समस्या सिर्फ यजमान ही नहीं पुरोहितों के सामने भी है। एक-एक पुरोहित को जो फोन करते हैं उन्हें उनके स्थान से आदमी भेजकर कैंप तक बुलवाना पड़ रहा है।
विशाल शर्मा, महल वाले

पुराने स्थान पर थे तो कोई परेशानी नहीं होती थी। यजमानों को स्थान पता था वे आराम से पहुंच जाते थे। हमारे से ज्यादातर यजमान बाहरी हैं। अब उन्हें लड़कों को भेज कर अपने इस नए स्थान तक बुलाना पड़ रहा है। अभी सुनने में आ रहा है कि संगम क्षेत्र में सात से आठ अक्टूबर तक आम पब्लिक के प्रवेश पर प्रतिबंध होगा। फिर लोग अस्थि विसर्जन कैसे करेंगे?
श्रीधर पांडेय, तीर्थ पुरोहित

एयर-शो की तैयारी कर रहे प्रशासन को पितृ पक्ष पर भी गौर करना चाहिए थो। इस पितृ पक्ष में तीर्थ पुरोहितों को उनके स्थान से हटाए जाने के कारण कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। यही एयर-शो यदि पितृ पक्ष के बाद होता तो इतनी दिक्कतें किसी को नहीं होती। अभी सुन रहे हैं कि संगम क्षेत्र में गाडिय़ों के आने पर रोक लगा देंगे। तब तो यजमान और भी परेशान हो जाएंगे।
अजय पंडा, जहाज वाले