प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बहुत से लोग ऐसे थे जिन्होंने पहले यह वैक्सीन लगवा ली और बाद में पता चला कि इसे विदेशों में मान्यता नही है। वहां जाने पर उन्हें 14 दिन क्वारंटीन रहना होगा। इनमें से अधिकतर सऊदी अरब जाने वाले थे। अब डब्ल्यूएचओ ने भारतीय वैक्सीन को ईयूएल यानी इमरजेंसी यूज लिस्ट में जगह दे दी है इसलिए तमाम तरह की दिक्कतें लाभार्थियों की दूर हो गई हैं।

सबसे ज्यादा लगी है कोविशील्ड
जिले में अब तक 37.28 लाख लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन हुआ है
इसमें से 34.78 लाख को कोविशील्ड लगाई गई है।
2.66 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें को वैक्सीन की डोज दी गई है।
3855 लोगों को स्पूतनिक वी की डोज दी गई है।
डब्ल्यूएचओ की मान्यता मिलने के बाद को वैक्सीन की एक्सपायरी डेट बढ़कर 6 की जगह 12 माह हो गई है।
वैक्सीन के गर्भवती महिलाओं को लगाने पर अभी भी रोक है।

अब तक सात वैक्सीन को मिली है मान्यता
भारतीय को वैक्सीन के अलावा अमेरिका की फाइजर, माडर्ना और जानसन एंड जानसन, ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका, चीन की सिनोफार्म और सिनो वैक को मान्यता मिली है। एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट कंपनी कोविशील्ड के नाम से बनाती है। वहीं बुधवार को हुए वैक्सीनेशन में प्रयागराज में 8060 लोगों ने कोरोना वैक्सीनेशन कराया है। वैक्सीनेशन प्रभारी डॉ। तीरथ लाल ने बताया कि लक्ष्य 42 हजार का रखा गया था।