प्रयागराज (ब्‍यूरो)। एडीजी ने बताया कि फाफामऊ के गोहरी की घटना में शामिल होने के बाद भी इनमें से किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। इसी से गैंग के सदस्यों के हौसले बुलंद थे। गोहरी कांड के बाद गैंग के गुर्गे मोनू, ट्रक चालक भीम एवं संगीता दूसरे टारगेट की तलाश में लग गये थे। खेवराजपुर में पहुंचकर इनकी तलाश खत्म हो गई। सरायचण्डी रेलवे स्टेशन के निकट यह मकान था जो बस्ती से दूर और लबे रोड था। मकान की बाउंड्रीवाल भी ज्यादा ऊंची नहीं थी। इसकी खबर संगीता एवं मोनू ने कैमूर बिहार में रह रहे नेहा व उसके पति रोहित खरवार को दी। टारगेट की पूरी लोकेश बताई। प्लान के तहत रोहित और नेहा द्वारा गैंग से संपर्क कर घटना के लिए तैयार किया गया।

नौ सदस्य एक साथ पहुंचे थे छिवकी

एडीजी द्वारा किये गये खुलासे के अनुसार गैंग के कुल नौ सदस्यों को लेकर नेहा 19 अप्रैल को प्रयागराज पहुंची। यहां उनकी मुलाकात मोनू से हुई। कुल दस बदमाश मोनू, रोहित, नवला, पीपी, मुर्गी पांख, बुंदेला उर्फ सारंगी, डेभी, आकाश, डेढग़ांव व चिंटू उसी दिन करीब साढ़े तीन बजे छिवकी रेलवे स्टेशन से टेंपो लेकर नैनी रेलवे स्टेशन पहुंचे। पेड़ के नीचे डेरा डाल कर आराम किए। दूसरे दिन बीस अप्रैल को मोनू और सारंगी उर्फ बुंदेला टारगेट की रेकी करने पहुंचे थे। इसके बाद 21 की रात घर में डकैती के इरादे से धावा बोल दिए। बाउंड्री लांघकर घर में घुसे तो बाहर सो रहे वृद्ध व उसकी पत्नी एवं दिव्यांग बेटी जग गई। तीनों के उठते ही गैंग के दसों गुर्गों ने उनकी हत्या कर दी। परिजनों की आवाज सुनकर बहू बाहर आई तो उसका भी कत्ल कर दिए। इस बीच मां के पास सो रही मासूम पोती रोने लगी तो उसे भी मौत के घाट उतार दिए। एक मासूम बच्ची की नींद नहीं खुली तो उन्होंने उसे छोड़ दिया। पांचों की हत्या के बाद सभी बेड रूम में गए जहां उन्हें कुछ खास हाथ नहीं लगा। इसी खिसियाहट में कमरे में रखे सामानों को आग लगाने के बाद उसे बंद कर दिया। गहने व रुपये नहीं मिलने से नाराज बदमाशों ने कत्ल के बाद महिला व उसकी बहू एवं बेटी से भी रेप किया। एडीजी द्वारा बताया गया कि यह पूरी घटना गिरफ्तार किए गए बदमाशों ने खुद कबूल की है। बता दें कि रेप की पुष्टि के लिए भेजे गए स्वाब की रिपोर्ट अभी नहीं आई है।

गिरफ्तार किए अंतरराज्यीय गैंग के गुर्गों ने साथियों के साथ मिलकर गोहरी व खेवराजपुर कांड को अंजाम दिया था। दोनों ही घटनाओं में हत्या के बाद रेप की बात कबूल की गई है। मुठभेड़ के दौरान दबोचे गए गुर्गों से की गई पूछताछ में गैंग के कई बदमाशों के नाम प्रकाश में आए हैं। वांछित अपराधियों की तलाश में टीमें लगा दी गई हैं।

प्रेम प्रकाश एडीजी जोन प्रयागराज