प्रयागराज (ब्यूरो)। कर्नलगंज बूचडख़ाना स्थित इमामबाड़ा ज़ुल्फेकार हैदर के अजाखाने पर इमाम हुसैन व अन्य शहीदों के तीजे की मजलिस को खिताब करते हुए रजी हैदर रिजवी किब्ला ने शहादत के बाद के मंजऱ का जिक्र किया। जैनुल मिर्जा व फरजान मिर्जा ने सोजख्वानी तो जकी अहसन ने पेशख्वानी के फराएज अन्जाम दिए। अन्जुमन अब्बासिया रानीमंडी के नौहाख्वान डॉ अबरार, फैज जाफरी आदि ने पुरदर्द नौहा पढ़ते हुए जुलूस निकाला जो वहीं पर गश्त करते हुए उसी इमामबाड़े पर सम्पन्न हुआ जहां से जुलूस निकाला गया। बाद मजलिस नज्र ए शोहदाए करबला व असीराने करबला दिलाई गई। जिसमें हज़ारों लोगों ने शिरकत करते हुए नज्र चखी।
लगायी गयी शर्बत ठंडे पानी की सबील
शर्बत व ठंडे पानी की सबील भी लगाईं गई। अलम व ताबूत का लोगों ने बोसा लेते हुए गुलपोशी की। ज़ुल्फेकार हैदर, मंजर कर्रार, सैय्यद मोहम्मद अस्करी, जैन हैदर आदि शामिल रहे। बरनतला मिन्हाजपूर अजाखाना जावेद अफसर आब्दी में शफकत अब्बास पाशा की निजामत में सालाना मजलिस हुई। शहंशाह सोनवी ने मर्सिया तो डॉ कमर आब्दी ने पेशख्वानी के जरिए करबला का दर्दनाक मंजर पेश किया। जौहर अब्बास किब्ला ने मजलिस को खिताब किया। अन्जुमन ग़ुन्चा ए कासिमया बख्शी बाजार के नौहाख्वानो ने पुरदर्द नौहा पढ़ा। बाद मजलिस ताबूत ए जनाबे सकीना व गाजी अब्बास का अलम निकाला गया। जिसकी जियारत को बड़ी संख्या में अकीदतमन्दों ने बोसा लिया। यूशा आब्दी ने अकीदतमन्दों का शुक्रिया अदा किया। दरियाबाद, करैली, बख्शी बाजार, रानीमंडी, चक जीरो रोड, घंटाघर आदि मोहल्लों में तीजे की मजलिसें आयोजित की गईं। घरों में तीजे की नज्र व फातेहा भी कराई गई।
निकाला गया अमारी जुलूस
अन्जुमन असगरिया मोअय्या सादात हण्डिया सादात की ओर से करबला के बहत्तर शहीदों की शहादत के बाद यजीदी लश्कर द्वारा ढाए गए ज़ुल्म और मजालिम को दर्शाते हुए जुलूस ए अमारी निकाला गया। वसीम मोआय्यवी के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में मौलाना रेयासत हुसैन, जमन मोअय्यवी ने पेशख्वानी से समां बांधा तो मजाहिर हुसैन ने मजलिस को खिताब किया। हुसैन अकबर रौनक जौनपूरी, जीशान हैदर नजफी, जायर हुसैन नकवी, जमीर हैदर इमाम ए जुमा करारी कौशाम्बी, अशरफ अली गरवी ने शहादत ए इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जिक्र किया। खुसूसी नौहाख्वान के तौर पर वकार सुलतानपूरी, फरमान गाजीपुरी, अली नायाब इलाहाबादी, तहा नकवी व मूसा नकवी ने नौहा पढ़ते हुए जुलूस की रौनक बढ़ाई। अन्जुमन अब्बासिया दांदूपूर, अन्जुमन परचम ए अब्बास रन्नौ जौनपुर, अन्जुमन पैगाम ए हुसैनी बनारस, अन्जुमन अकबरिया उस्मानपुर जलालपुर अम्बेडकर नगर व अन्जुमन असगरिया मोअय्या सादात ने नौहा व मातम का नजराना पेश करते हुए जुलूस निकाला। जुलूस में शबीह ए ताबूत, अलम ज़ुलजनाह के साथ तीन ऊंटों पर रखी जैनब, उम्मे कुलसूम व रोकय्या व अन्य सैदानियों की याद को ताजा करते हुए अमारी निकाली गई। जिस पर रास्ते भर अकीदतमन्दों ने फूल माला चढ़ा कर अकीदत का इजहार किया।