- स्वास्थ्य विभाग सोमवार से शुरू करने जा रहा दस्तक अभियान, मरीज खोजने पर मिलेगा इनीशिएटिव

प्रयागराज- स्वास्थ्य विभाग आज से घर-घर टीबी के मरीजों की खोज करने जा रहा है। इसके लएि टीमों को तैनात किया गया है। यहां तक कि टीबी का मरीज खोजने वालों को भी इनीशिएटिव दिए जाने की व्यवस्था की गई है। शहर से गांव तक मिलने वाले मरीजों का तत्काल इलाज किया जाएगा। अधिकारियों काक हना है कि कार्यक्रम की सफलता के लिए तैयारी मुकम्मल कर ली गई हैं।

25 तक चलेगा अभियान

टीबी के मरीजों की खोज के लिए दस्तक अभियान 12 से 25 जुलाई तक गांव से शहर तक चलेगा। इसके लिए आशा व एएनएम की टीम भी बनाई गई है। अभियान के तहत टीबी मरीजों का उपचार तुरंत शुरू किया जाएगा। टीबी को रोकने व मरीजों की पहचान के लिए विभाग दस्तक अभियान शुरू करने जा रहा है। जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ एसके सैमसन के अनुसार, डोर टू डोर जाकर टीबी के लक्षण दो सप्ताह से बुखार व खांसी, वजन का कम होना, पसीना आना, बलगम में खून आना की पहचान की जाएगी। अगर किसी को इनमें से कोई एक भी लक्षण होगा तो उसके बलगम के सैंपल को आशा तुरंत लेगी। सैपल लेने के लिए एक डिब्बी भी दी जाएगी। सैंपल को संबंधित ब्लॉक में संचालित जांच केंद्र भेजा जाएगा। अगर किसी में टीबी की पुठ िहोती है तो उसका इलाज तुंरत शुरू कर दिया जाएगा। एक टीबी मरीज खोजने में आशा को पांच सौ रुपए मिलेंगे।

कम हो गए हैं मरीज

बता दें कि कोरोना काल में लोगों द्वारा मास्क का यूज करने से टीबी के मरीजों की संख्या पर लगाम लगी है। इसकी पुष्टि खुद स्वास्थ्य विभाग कर चुका है। ऐसे में जिले में मरीज कम होने स विभाग पहले ही संतोष जाहिर कर चुका है .अधिकारियों का कहना है कि दस्तक अभियान के जरिए बचे हुए मरीजों को भी आसानी से ट्रेस कर लिया जाएगा।

आज से अभियान चलाया जा रहा है। जो भी नए मरीज आएंगे उनको इलाज दिया जाएगा और खोजने वाले को पांच सौ रुपए दिए जाएंगे।

डॉ। एके तिवारी, डीटीओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज