प्रयागराज ब्यूरो । सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव करने वाले को आरपीएफ व जीआरपी की टीम ने गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पहले वह गोलमोल जवाब देता रहा, लेकिन सख्ती किए जाने पर 23 सितंबर को ट्रेन पर पत्थरबाजी की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि कोच के दरवाजे पर बैठे यात्रियों पर पत्थरबाजी इसलिए की थी, ताकि उनके हाथ में पत्थर लगने से मोबाइल नीचे गिर जाए और उसे मिल जाए।
23 को हुई थी घटना
नई दिल्ली से बिहार के जोगबनी जा रही सीमांचल एक्सप्रेस (12488) पर यमुना ब्रिज के पास सोमवार देर शाम पथराव हुआ था। एसी-थ्री कोच के यात्री बेगूसराय (बिहार) निवासी सुजीत कुमार होंठ में पत्थर लगने से घायल हो गए थे। पुलिस अधीक्षक रेलवे व वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त ने पत्थरबाजी करने वाले की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की। गऊघाट स्थित यमुना ब्रिज के पास रेलवे लाइन के किनारे एक संदिग्ध के उपस्थिति होने की सूचना पर आरपीएफ और जीआरपी ने संयुक्त कार्रवाई करते उसे पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम मो। शमीम उर्फ गोलू बताया। उसने बताया कि ट्रेन के दरवाजे पर बैठे यात्रियों का मोबाइल फोन गिराने के लिए पत्थरबाजी की थी। जीआरपी थानाध्यक्ष राजीव रंजन उपाध्याय का कहना है कि गिरफ्तार आरोपित के खिलाफ पहले से पांच मामले जीआरपी में दर्ज हैं।