बीकॉम के बाद से ही कर रही थीं पीसीएस की तैयारी
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PRAYAGRAJ: लखनऊ की रहने वाली शिवाक्क्षी दीक्षित ने पीसीएस 2020 में सूबे में दूसरा स्थान हासिल किया। अपने पहले प्रयास में पीसीएस में सेकेंड पोजिशन एचीव करने वाली शिवाक्क्षी का कहना है कि टारगेट बेस तैयारी से ही आसानी से सफलता मिलती है। शिवाक्क्षी के पिता कृष्णकांत दीक्षित बैंक मैनेजर थे और उनकी मां वीना दीक्षित कमेस्ट्री की टीचर है। बड़ी बहन सताक्क्षी दीक्षित दिल्ली में जॉब करती है और छोटा भाई इस बार 12वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहा है। उन्होंने बताया कि 12वीं के बाद उन्होंने श्रीराम कालेज दिल्ली से 2017 में बीकॉम किया और वर्तमान में वह दिल्ली स्कूल आफ इकोनामिक्स से एमकॉम कर रही है। उन्होंने बताया कि बीकॉम के बाद से ही वह सिविल सिर्विसेज की तैयारी में जुट गई। यूपीपीसीएस में ये उनका पहला प्रयास था। जबकि यूपीएससी में दूसरे प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंची है। इंटरव्यू अभी होना है।
8 से 10 घंटे करती थी पढ़ाई
सिविल सर्विसेज की तैयारी को लेकर शिवाक्क्षी ने बताया कि वह नियमित रूप से 8 से 10 घंटे तक पढ़ाई करती थी। हालांकि पढ़ाई के दौरान वह टारगेट बेस पढ़ाई पही फोकस करती थी। उन्होंने बताया कि 9वीं क्लास से ही सिविल सर्विसेज में जाना उनका सपना था। बीकॉम करने के पीछे सबसे बड़ा कारण था कि काफी सपोर्ट मिल जाता है। इसलिए उन्होंने आर्ट्स की जगह बीकॉम को चुना। सिविल सर्विसेज व्यक्ति को काम करने की आजादी के साथ ही सोसाइटी की हेल्प करने की भी आजादी देता है। एक अधिकारी के रूप में आप किसी भी जरूरत मंद की मदद कर सकते है।
सोशल मीडिया पर नहीं है एक्टिव
शिवाक्क्षी ने बातचीत के दौरान बताया कि वह सोशल मीडिया पर बेहद कम एक्टिव है। एक तरह से देखा जाए तो ना के बराबर ही एक्टिव रहती है। हालांकि ऑन लाइन क्लासेस को बेस्ट आप्शन मानती है। उन्हेांने बताया कि तैयारी के दौरान लास्ट इयर सभी कोचिंग बंद थी। ऐसे में ऑन लाइन क्लासेस व मैटेरियल ने तैयारी में काफी हेल्प की। ऐसे में ऑन लाइन स्टडी आज के समय में समय बचाने के साथ ही तैयारी में भी काफी मददगार साबित होता है।