- अपनों से दूर रह रहा था वृद्ध, मौत के तीन दिन बाद पड़ोसियों को चला पता

- दरवाजा तोड़ा गया तो कुर्सी पर पड़ी मिली डेड बॉडी

<- अपनों से दूर रह रहा था वृद्ध, मौत के तीन दिन बाद पड़ोसियों को चला पता

- दरवाजा तोड़ा गया तो कुर्सी पर पड़ी मिली डेड बॉडी

ALLAHABAD:

ALLAHABAD: बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अपनी खुशियों का गला घोंट देने वाले माता-पिता को उम्र के अंतिम पड़ाव पर अकेले छोड़ देना आज की पीढ़ी का शगल बन गया है। खुद से दूर कर बुजुर्गो को तनहाई में जिंदगी बिताने के लिए विवश कर देने वालों के लिए इस बुजुर्ग की मौत एक सबक की तरह है। खुल्दाबाद पुलिस स्टेशन एरिया के लूकरगंज में बुजुर्ग कारोबारी रविंद्र पाल मलिक (म्8) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई और किसी को पता नहीं चला। मौत के तीन दिन बाद जब घर से बदबू उठने लगी तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर कमरा खोला तो लाश कुर्सी पर पड़ी मिली। बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया लेकिन मौत की वजह क्लीयर न होने पर विसरा प्रिजर्व कर लिया गया।

बाहर रहते हैं बेटे

रविंद्र पत्‍‌नी स्वदेशवला मलिक की मौत के बाद से घर में अकेले रहते थे। उनके बड़े बेटे गौरव अमेरिका में और छोटे बेटे गुड़गांव में रहते हैं। रविवार को रविंद्र के बंगले से बदबू उठी तो बगल के पूनम अपार्टमेंट में रहने वाले अमन मल्होत्रा ने खुल्दाबाद थाने की पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो घर का दरवाजा भीतर से बंद था। दरवाजा तोड़कर पुलिस घर के भीतर दाखिल हुई। चार कमरों के बाद रविंद्र की डेड बॉडी कुर्सी पर पड़ी मिली। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया। छोटे बेटे गौरव पिता की मौत की खबर मिलने के बाद इलाहाबाद पहुंच गए। गौरव का कहना है कि पिता घर पर अकेले ही रहते थे। आशंका जताई कि हो सकता है कि ठंड लगने से उनकी मौत हो गई हो। रविवार को ही पोस्टमार्टम किया गया लेकिन मौत की वजह क्लीयर नहीं हो सकी। इसके बाद विसरा प्रिजर्व कर लिया गया। इसे टेस्ट के लिए लैब भेजा जाएगा। पुलिस भी अपने लेवल पर तहकीकात कर रही है। इंस्पेक्टर खुल्दाबाद समीर सिंह ने आशंका जताई कि मौत की वजह हार्ट अटैक हो सकती है। विसरा प्रिजर्व कर लिया गया है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।