प्रयागराज (ब्यूरो)शहर में शराब की दुकानें अमूमन रात दस बजे तक बंद हो जाती हैं। दस बजे तक पुलिस का भी मूवमेंट शराब की दुकानों के आसपास अधिक रहता है। इन दुकानों के बंद होते ही स्टेशन के आसपास शराब के अवैध सप्लायर एक्टिव हो जाते हैं। स्कूटी की डिग्गी में शराब की बोतलें भरकर सौदागर रात भर ओवर रेट में बिक्री का काम करते हैं। इनकी सक्रियता स्टेशन के गेट नंबर एक से लेकर चौराहे तक रहती है। यह सौदागर बाकायदे सैकड़ों खरीदारों को मोबाइल नंबर दे रखे हैं। जिनके पास इन शराब के अवैध सप्लायरों का मोबाइल नंबर है वह उन्हें फोन करके बुला लेते हैं। इनकी कुछ होटल वालों से भी अच्छी खासी सेटिंग है। जिनके पास इन मोबाइल सौदागरों का नंबर नहीं होता वह होटलों व दुकानों पर पूछते हुए इन तक पहुंच जाते हैं। रात के अंधेरे में इनके जरिए शराब की जमकर ओवर रेटिंग की जाती है। जानकार व कुछ दुकानदार बताते हैं कि स्कूटी से घूम-घूमकर स्टेशन के आसपास शराब बेचने वाले क्वाटर की बोतल 30 से 50 रुपये एक्स्ट्रा लेते हैं। जबकि हॉफ व बोतल पर 60 से 70 रुपये की एक्स्ट्रा वसूली की जाती है। स्टेशन के कुछ व्यापारी कहते हैं कि इनसे शराब खरीद कर पीने के बाद नशेड़ी दुकानदारों को परेशान करते हैं। रात के वक्त ब्लैक में शराब बेचने वाले इन सौदारों की स्कूटी के इर्द-गिर्द खरीदारों की भीड़ लगी रहती है।

ब्रांड का रखते हैं विशेष ध्यान

स्कूटी से रात के वक्त ब्लैक में शराब की सप्लाई करने वाले यह सौदागर वही ब्रांड रखते हैं जिसकी खपत अधिक होती है।

इनके पास क्वार्टर और हाफ की बोतलें अधिक होती हैं, फुल ऑन कॉल डिमांड पर लाकर मुहैया कराते हैं।

शराब के साथ चिल्ड बियर भी इनकी स्कूटी की डिग्गी में मौजूद होती है। बताते हैं कि बियर वह बल्क में लेकर डीपफ्रिजर में रखते रहते हैं

डीपफ्रिजर में डंप की गई बियर को थोड़ा-थोड़ा निकाल कर लोगों को बेचते हैं

बियर की प्रति कैन पर रेट से 30 रुपये एक्स्ट्रा वसूल करते हैं