प्रयागराज (ब्यूरो)। मंजिल तक पहुंचने के रास्ते में बाधाएं ध्यान भटकाने के लिए आती हैं लेकिन इन बाधाओं को सीरियसली न लें। उसे भूलकर सिर्फ आगे की सोचें। इतना कर लिया तो फिर आपको सफलता से कोई रोक नहीं सकता। आज के दौर की जरूरत स्पेशलाइज्ड वर्किंग की है तो इसे भी कभी न भूलें। कुछ ऐसे ही टिप्स मिले स्टूडेंट्स को मंगलवार को। स्टूडेंट्स अमृता विश्व विद्यापीठम् की प्रस्तुति दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट कॅरियर पाथवे में पार्टिसिपेट करने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रिमाइस में स्थित आडिटोरियम में पहुंचे थे। दो सेशन में आयोजित प्रोग्राम में हजारों बच्चों को गाइडेंस मिली।
हर क्वैरी का मिला जवाब
प्रोग्राम के दौरान छात्रों को सवाल पूछने का पूरा मौका दिया गया। छात्रों ने इस मौके को मिस भी नहीं किया। एक्सपट्र्स ने भी स्टूडेंट्स की क्वैरीज को शांत करने के लिए उनके सवालों का जवाब दिया। दूसरे दिन के प्रोग्राम शुरुआत अमृता विश्व विद्यापीठम् के डायरेक्टर एडमिशन महेश्वर चैतन्य, एकेडमिक मैनेजर एंड काउंसलर डॉ। शौरी कुटप्पा, मोटिवेशनल स्पीकर तुषार चेतवानी और दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट प्रयागराज के संपादकीय प्रभारी श्याम शरण श्रीवास्तव ने दीप प्रज्जवलित करने के बाद मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित करके किया।
मिली फ्यूचर टेक्नोलॉजी की जानकारी
सेमिनार के दौरान अमृता विश्व विद्यापीठम् के डायरेक्टर एडमिशंस महेश्वर चैतन्य ने स्टूडेंट्स को फ्यूचर टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने स्टूडेंट्स को बताया कि उन्हें अपने करियर में क्या करना है? यह वह खुद से तय करें। किसी के भरोसे या किसी को देखकर अपने लिए लक्ष्य निर्धारित न करे। बेहतर होगा कि पहले खुद का इंट्रेस्ट एरिया सेलेक्ट करें। इसके लिए जरूरत हो तो काउंसिलिंग लें। इंट्रेस्ट एरिया का सलेक्शन कर लें तो फिर सर्च करें और देखें कि उस फील्ड में दुनिया में क्या चल रहा है। स्पेशलिस्ट बनने के लिए क्या क्या रिक्वॉयरमेंट है। क्या क्या डिग्री लेनी होगी। उसका कोर्स कहां कहां उपलब्ध है। उन्होंने स्टूडेंट्स को कई एग्जाम्पल के जरिए इसे बताया। उन्होंने इंजीनियरिंग की विभिन्न ब्रांचेज के बारे में भी स्टूडेंट्स को बेहतर ढंग से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग ही नहीं, साइंस में कई दूसरे आप्शन भी है। खासतौर पर साइंस एंड रिसर्च, बायो टेक्नोलॉजी जैसे कई कोर्स उपलब्ध है। आज समय स्पेशलाइजेशन का है। इसलिए स्टूडेंट्स इस बात का निर्धारण पहले ही कर लें कि उन्हें स्पेशलाइजेशन किस फील्ड में करना है।
मूवी क्लिप से बताया टारगेट का महत्व
अमृता विश्व विद्यापीठम के एकेडमिक मैनेजर और काउंसलर डॉ। शौरी कुटप्पा ने स्टूडेंट्स को भाग मिल्खा भाग मूवी का क्लिप दिखाकर बच्चों को बताया कि गोल होता क्या है। उसके लिए एफर्ट की फस्र्ट स्टेज क्या है। सेकंड स्टेज क्या है। रास्ते में कांटा लगे तब भी लक्ष्य से पहले कदम रुकने नहीं चाहिए। इसके बाद ही तैयारी इतनी टारगेट ओरिएंटेड होनी चाहिए कि सफलता हाथ आ ही जाए। इसके लिए अपना बेस्ट देना होगा। राह तय करनी होगी कि जाना कहां है। किस फील्ड में कॅरियर बनाना है। उन्होंने स्टूडेंट्स को सक्सेस का मंत्र देते हुए बताया कि प्रत्येक स्टूडेंट एक कागज पर जो उसका लक्ष्य क्या है, लक्ष्य क्यों है, उस लक्ष्य में क्या चाहता हूं, उस तक कैसे पहुंचेगे और कब तक लक्ष्य तक पहुंचने का रास्ता चलेगा। उसको लिखे। इसे रोज दोहराएं फिर कंसंट्रेट होकर काम करें। सफलता दिलाने में यह मंत्र जरूर काम करेगा।
लॅकी ड्रा ने बढ़ाया बच्चों का उत्साह
कॅरियर पॉथवे के दौरान बच्चों के लिए लकी ड्रा का आयोजन भी किया गया। सेमिनार के दोनों सेशन में अलग-अलग लकी ड्रा निकाले गए। इस दौरान सेमिनार में मौजूद सभी स्कूलों के टीचर्स को मंच पर बुलाया गया और उनसे लकी ड्रा निकाला गया। लकी ड्रा के दौरान बच्चों में पूरा उत्साह दिखा। एंकर शिवम शुक्ला ने भी लकी ड्रा में विजयी प्रतिभागियों का नाम पुकारने के पहले स्टूडेंट्स को खूब इंटरटेन किया। इस दौरान प्रत्येक लकी ड्रा की पर्ची निकालने पर उन्होंने स्टूडेंट्स से गेस करने के लिए कहा। स्टूडेंट्स भी पूरे उत्साह में अपने स्कूल का नाम पुकारते रहे।
लकी ड्रा विनर फस्र्ट सेशन
अनंत अग्रवाल महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर
काव्या मोहराना महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर
श्रेयांशी शुक्ला, महर्षि विद्या मंदिर नैनी
दूसरे सेशन के विनर्स
शुभम सिंह
शिवम मौर्या
विकास साहू
ऑन लाइन कांटेस्ट के विजेता
प्रकाश गुप्ता, केपी इंटर कालेज
वेदांत, केपीआई
अर्पित प्रजापति, केपी इंटर कालेज
इन सभी को दूसरे सेशन के शुरुआत पर सम्मानित किया गया। बता दें कि यह क्विज कांटेस्ट 18 नवंबर को आनलाइन आयोजित किया गया था।
टारगेट सभी के लिए इंपार्टेंट है। यह आपके इंट्रेस्ट एरिया से है तो आप ज्यादा क्रिएटिव थॉट के साथ आगे बढ़ोगे। गोल सेट हो गया तो फिर आपका ध्यान सिर्फ लक्ष्य पर होना चाहिए। कोई भटकाव नहीं, कोई ब्रेक नहीं। रास्ते में कुछ रुकावटें आती हैं तब भी ध्यान को लक्ष्य से भटकने न दें। इस तरह से आप अपने लक्ष्य को एक दिन जरूर हासिल कर लेंगे।
डॉ। शौरी कुटप्पा एकेडमिक मैनेजर एंड काउंसलर अमृता विश्वविद्यापीठम्
आज के दौर में टेक्नोलॉजी में तेजी से बदलाव हो रहा है। नैनो टेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग आदि भविष्य की टेक्नोलॉजी हैं। इन क्षेत्रों में आगे चलकर कॅरियर की संभावना व्यापक हैं। इसके लिए जरूरी है कि हम अभी से तैयारी करें। इससे भी पहले यह जरूरी है कि हम खुद को परखें कि हमारा इंट्रेस्ट एरिया क्या है।
डा। महेश्वर चैतन्या डायरेक्टर एडमिशंस, अमृता विश्व विद्यापीठम्
स्टूडेंट्स के लिए जरूरी है कि फ्यूचर को देखते हुए अपने करियर का चुनाव करें। इसके लिए अभी से पूरा फोकस करना होगा। जिससे वह अपने कॅरियर में सक्सेस हासिल कर सकें।
शुभम तोमर काउंसलर, अमृता विश्व विद्यापीठम्
अमृता विश्व विद्यापीठम् इस बात का पूरा ध्यान रखती है कि उसके स्टूडेंट्स फ्यूचर के लिए तैयार हों। इसके चलते दुनियां भर में हो रहे चेंज के साथ डेवलपमेंट और रिसर्च पर नजर रखी जाती है। मार्केट की रिक्वॉयरमेंट के अनुसार कोर्स डिजाइन किये जाते हैं। ताकि स्टूडेंट्स को अपना बेस्ट देने का मौका मिले।
रोहन पिल्लई
असिस्टेंट मैनेजर अमृता विश्व विद्यापीठम्
हर दिन खुद से अपने वीकनेस और क्या करना चाहते हैं? इस पर विचार जरूर करें। सेल्फ स्टडी करते वक्त खुद से सवाल करें कि इस समय इसके अलावा कोई रिक्वायरमेंट तो नहीं है। इसके बाद पढ़ाई करेंगे तो आपका कंसंट्रेशन बढ़ेगा और जो कुछ भी स्टडी कर रहे होंगे वह दिमाग में बैठ जाएगा। यह फॉर्मूला सभी स्टूडेंट्स पर काम करता है।
तुषार चेतवानी मोटिवेशनल स्पीकर