प्रयागराज (ब्यूरो)। चर्चा के दौरान कहा गया कि प्रयागराज में ज्यादातर रेलवे स्टेशन के नाम के साथ प्रयागराज शब्द जुड़ चुका है। जैसे इलाहाबाद जंक्शन को प्रयागराज जंक्शन, इलाहाबाद सिटी को प्रयागराज रामबाग, छिवकी को प्रयागराज छिवकी, प्रयागराज घाट को प्रयागराज संगम, उसी तर्ज पर सूबेदारगंज स्टेशन का नाम बदलकर प्रयागराज कैंट रख दिया जाए। कुंभ मेला के दौरान बंद पड़ा जंक्शन के गेट नंबर चार लीडर रोड साइड को खोलने, विक्र्रमशिला एक्सप्रेस को जंक्शन पर स्टापेज, चलती ट्रेन में सफाईकर्मियों की नियुक्ति पर चर्चा हुई।
सीधे क्रम में हो प्लेटफार्म
यात्रियों की सहूलियत के लिए प्रयागराज जंक्शन पर बने प्लेटफार्म एक क्रम में नहीं है। प्लेटफार्म नंबर एक से पांच तक सही उसे बाद पांच के बगल में सात, आठ, नौ, दस और अंत में छह है। जब भी प्लेटफार्म नंबर छह के लिए किसी ट्रेन के आने की सूचना जारी होती है। तो अक्सर यात्री प्लेटफार्म नंबर पांच के बगल स्थित सात पर उतर जाते हैं। क्योंकि यात्रियों में धारणा होती है कि पांच के बगल में छह होगा। इसलिए पांच के बगल स्थित सात नंबर को छह बनाया जाए, आठ को सात, नौ को आठ बनाया जाए। इसी क्रम में दस को नौ तथा छह को दस नंबर प्लेटफार्म बनाया जाए।

इन सुझावों पर भी हुई चर्चा
सूबेदारगंज स्टेशन एवं बमरौली स्टेशन के बीच गांव मुबारकपुर कोटवा तथा उससे सटे गांव के लोग राम चंद्र मिशन मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। यहां समपार बनाया जाए

प्रयागराज जंक्शन पर स्वाचालित सीढिय़ां ओवरब्रिज पर चढऩे के लिए हैं। लेकिन उतरने के लिए नहीं। दिव्यांगजन व बुजुर्गों के लिए उतरने के लिए भी हो स्वचालित सीढिय़ां

जंक्शन के सिटी साइड की तरह सिविल लाइंस साइड का भी सौंदर्यीकरण हो

सूबेदारगंज स्टेशन से दीन दयाल स्टेशन के बीच चलाई जा रही कम दूरी की ट्रेन शटल की तर्ज पर प्रयागराज से प्रतापगढ़ और प्रयागराज से जौनपुर के बीच चलाई जाए