प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर से लेकर गांव तक खोले जा रहे सब सेंटर्स का परपज लोगों को प्राथमिक सेवाएं उपलब्ध कराना है। इनमें महिलाओं को डिलीवरी भी शामिल है। इसके लिए एएनएम को तैनात किया गया है। वह इमरजेंसी मामलों में इन सेंटर्स पर डिलीवरी करा देंगी। क्रिटिकल या सर्जरी वाले मामलों में पेशेंट को हायर सेंटर पर रेफर किया जाएगा। इसके साथ ही मरीजों को टीकाकरण और परिवार नियोजन से जुड़ी सेवाएं भी मिलेंगी। आम मरीजों के बीपी और शुगर आदि जांचों के लिए आने वाले समय में एएनएम को एनसीडी सेल के जरिए ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। यही नही महिलाओं की पे्रेगनेंसी के दौरान एएनसी से जुड़ी जांच और इलाज भी इन सेंटर्स पर उपलब्ध कराया जाना है।
5000 की आबादी पर एक सेंटर
यह सेंटर 5000 जनसंख्या की आबादी पर खोले गए हैं। मतलब किसी क्षेत्र में इतनें मरीजों को प्राथमिक सेवाएं इन सेंटर्स पर मिल जाएंगी। जानकारी के मुताबिक पहले से 500 संटर्स संचालित किए जा रहे थे। इनमें से कुछ सेंटर्स की आबादी दस हजार से अधिक हो रही थी। ऐसे में अधिक आबादी वाले सेंटर्स को डिवाइड कर यहां दो सेंटर बना दिए गए हैं। ऐसा करके 168 नए सेंटर बने हैं जिनका उदघाटन सीएम ने ऑनलाइन किया है।
अस्पतालों में कम होगी भीड़
शुरुआत में अस्पतालों में मरीजों की अधिक भीड़ रही थी। हल्की फुल्की स्वासथ्य समस्याओं के लिए भी लोग वहां पहुंच रहे थे। जिससे बचने के लिए सब सेंटर्स शुरू किए गए हैं। इससे मरीजों को यही पर आसानी से इलाज मिल जाएगा। इससे अस्पतालों पर बढऩे वाला लोड कम होने लगेगा। सरकार इन सब सेंटर्स का प्रचार प्रसार जोर शोर से कर रही है।
इन सेंटर्स का उददेश्य लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। लोगों को इसकी जानकारी हो रही है। जिले में 168 नए सेंटर्स खुलने से लोगों को इलाज के नए आप्शन मिल गए हैं।
वीके सिंह, डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचएम प्रयागराज