कोरोना ने बदल दिया स्कूलों में पढ़ाने का ढंग
ऑफलाइन और ऑनलाइन दो मोड में चल रही है क्लासेस
prayagraj@inext.co.in
PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी ने स्कूलों में पढ़ाई के पैटर्न को भी बदल कर रख दिया है। जिससे स्टूडेंट्स को भी अब बदले हुए पैटर्न से पढ़ाई करनी पड़ रही है। कोरोना महामारी के कारण कल तक जहां सभी स्टूडेंट्स को स्कूल में क्लासेस अटेंड करना पड़ता था। वहीं अब स्कूलों ने दो शिफ्ट में ऑनलाइन और आफलाइन मोड में पढ़ाई शुरू करायी है। टीचर्स को भी एक ही लेसन को दो बार स्टूडेंट्स को पढ़ाना पड़ रहा है। इससे स्कूलों की टाइमिंग भी पहले के मुकाबले काफी लंबी हो गई है।
पहले ऑफलाइन, फिर ऑनलाइन चल रही क्लासेस
कोरोना महामारी के बाद खुले स्कूलों में हुए बदलाव को देखने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने कई स्कूलों में जाकर वहां की व्यवस्था देखी। एमपीवीएम स्कूल में सुबह साढ़े 8 बजे स्टूडेंट्स को स्कूल में प्रवेश दिया जाता है। इसके बाद क्लास में ही असेंबली हुई। उसके बाद आफलाइन क्लासेस 50 परसेंट स्टूडेंट्स के साथ शुरू हुई। 12 बजे ऑफलाइन क्लासेस खत्म हो गई। इसके बाद टीचर्स ऑन लाइन क्लासेस की तैयारी में जुट गई। इस दौरान प्रिंसिपल सुष्मिता कानूनगो ने बताया कि 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक टीचर्स घर से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को ऑनलाइन क्लासेस के जरिए आफलाइन क्लासेस में पढ़ाए पाठ को ही पढ़ाएंगे। ऐसे में टीचर्स को दो बार एक ही टॉपिक को अलग-अलग ढंग से पढ़ाना पड़ रहा है।
बोर्ड का सिलेबस भी दो पार्ट में हुआ डिवाइड
कोरोना महामारी के सेकेंड वेव में मची तबाही के बाद सीबीएसई ने बोर्ड के सिलेबस को भी दो पार्ट में डिवाइड कर दिया है। पार्ट वन की पढ़ाई के बाद उसके लिए दिसंबर में परीक्षा आयोजित होनी है। जबकि दूसरे पार्ट के लिए मार्च-अप्रैल में दोबारा बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया जाना है। ऐसे में स्टूडेंट्स के ऊपर दिसंबर तक सिलेबस पूरा करने और प्री बोर्ड की तैयारी का प्रेसर भी काफी कम हो गया है। जिससे स्टूडेंट्स भी पहले के मुकाबले अधिक रिलेक्स कर रहे है। साथ ही पहले की तरह उपस्थिति की अनिवार्यता भी लगभग खत्म हो गई है। क्योकि स्टूडेंट्स के पास घर बैठकर ऑनलाइन क्लासेस करने का आप्शन स्कूलों की ओर से दिया गया है। ऐसे में उनको 75 परसेंट उपस्थिति की समस्या से भी मुक्ति मिल गई है। वहीं बड़ी संख्या में अभी भी पैरेंट्स ऑनलाइन क्लासेस को भी प्रीफरेंस दे रहे है।
फैक्ट फाइल
- दो शिफ्ट में क्लासेस का हो रहा संचालन
- स्कूलों ने भी ऑन लाइन और आफ लाइन दोनों मोड में ले रहे क्लास
- बोर्ड का सिलेबस भी दो पार्ट में हुआ डिवाइड
- दो पार्ट में इस बार होंगे इस साल बोर्ड एग्जाम
- स्कूलों ने उपस्थिति की अनिवार्यता भी कर दी खत्म
- बच्चों पर डिपेंड है, स्कूल या घर से पढ़ाई करना
- कोरोना संक्रमण के बाद खुले स्कूल में पढ़ाई का पूरा पैटर्न बदल दिया है। ऐसे में स्टूडेंट्स तो रिलैक्स है। लेकिन टीचर्स को डबल मेहनत करनी पड़ रही है।
सुष्मिता कानूनगो, प्रिंसिपल, एमपीवीएम
- स्कूलों की टाइमिंग भी काफी बदल गई है। स्टूडेंट्स की सहूलियत के लिए पढ़ाई के पैटर्न में कई बदलाव किए गए है।
रविन्दर बिरदी, प्रिंसिपल, एमपीवीएम