प्रयागराज (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी में 15 जून को अनशन पर बैठे एक छात्र की तबीयत खराब हो गई थी। छात्रसंघ की तरफ का प्रवेशद्वार नहीं खुलने से नाराज छात्रों ने ताला तोड़ दिया था। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में आ गया। चीफ प्रॉक्टर द्वारा 15 नामजद और करीब 100 अज्ञात छात्रों के खिलाफ पुलिस कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया। बताते हैं कि रविवार को छात्र नेता आदर्श ङ्क्षसह समेत कई आरोपित छात्रों के घर पर पुलिस द्वारा दबिश दी गई। दबिश के दौरान छात्रों का आरोप है कि उनके परिवार के लोगों को मानसिक प्रताडऩा दी गई। फीस वृद्धि का विरोध करने पर उनके घर वालों को जेल भेजने की पुलिस द्वारा चेतावनी दी गई थी। इसी सब से व्यथित छात्र नेता आदर्श भदौरिया ने आत्मदाह की चेतावनी दी गई। कहा था कि सोमवार दोपहर 12 बजे तक एसपी सिटी व अन्य अफसर वार्ता के लिए छात्रसंघ भवन नहीं पहुंचेंगे तो वह आत्मदाह कर कर लेगा। चेतावनी के बावजूद जब 12 बजे तक कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो आदर्श आत्मदाह के लिए अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ एक बोतल से गिराने लगा। पहले से सतर्क रही पुलिस व छात्र आदर्श को आत्मदाह करने से रोकने में कामयाब हो गए। मगर, साथी छात्र आदर्श को पुलिस से छुड़ाने की कोशिश करने लगे। किसी तरह पुलिस आदर्शन को गिरफ्तार कर ली। जब तक और पुलिस फोर्स पहुंची काफी छात्र वहां से भाग चुके थे। करीब आधा दर्जन एबीवीपी छात्र नेताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर पुलिस लाइंस भेजा गया। शाम करीब पांच बजे सभी को छोड़ दिया गया।


किसी भी छात्र के परिजन को परेशान करने जैसी कोई बात नहीं है। आत्मदाह की कोशिश करने वाले छात्र को गिरफ्तार किया गया है। हिरासत में लिए गए छात्र शाम को छोड़ दिए गए हैं। शांति व्यवस्था के मद्देनजर यूनिवर्सिटी में फोर्स लगाई गई है।
राममोहन राय, थाना प्रभारी कर्नलगंज