प्रयागराज (ब्‍यूरो)। इस साल नीट यूजी में शामिल होने वाले हजारों स्टूडेंट इस समय जबरदस्त मेंटल ट्रामा से गुजर रहे हैं। जिनको बेहतर रैंक मिली है वह काउंसिलिंग शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं तो दूसरी ओर जिनको बेहतर नंबर आने के बाद भी रैंक में पिछड़ गए हैं, वह दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि छह जून से नीट यूजी काउंसिलिंग होनी थी, जिसको लेकर शुक्रवार शाम तक कोई नोटिफिकेशन नही आया। देर शाम स्टूडेंट किसी प्रकार के सरकारी आदेश का इंतजार करते रहे।

ये उम्मीद भी हाथ से निकली
नीट यूजी में फर्जीवाड़े के मामले में सुप्रीम कोर्ट में आठ जुलाई को सुनवाई होनी है। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने काउंसिलिंग को लेकर कोई निर्णय नही दिया था। इसके बाद मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी की ओर से छह जून को काउंसिलिंग की डेट बताई गई थी। लेकिन इसके बाद कोई नोटिफिकेशन नही आया। पांच जुलाई की शाम तक वेबसाइट को अभ्यर्थी टकटकी लगाए देखते रहे। अब माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद ही काउंसिलिंग कराई जाएगी।

बढ़ गया मेरिटोरियस का इंतजार
इसके बाद उन अभ्यर्थियों का इंतजार बढ़ गय जिनकी इस बार रैंक अच्छी आई थी और उनको किसी न किसी मेडिकल कॉलेज में सीट मिल सकती थी। उनके चेहरे पर निराशा भी छा गई है। उनका कहना है कि सालभर पढाई करने के बाद बेहतर नंबर और रैंक हासिल की, जिसका कोई फायदा नही निकल रहा है। अगर काउंसिलिंग शुरू हो जाती तो उनको बेहतर भविष्य की कोई आस जाग सकती थी।

इनके दर्द का भी इलाज नही
पांच मई को नीट यूजी का एग्जाम हुआ था और दो दिन के भीतर ही पेपर लीक का आरोप लगा था। इतना ही नही, चार जून को आनन फानन में रिजल्ट भी घोषित कर दिया गया। जिसमं एक साथ 67 छात्रों को रैंक वन मिल गई। इसके बाद हड़कंप मच गया। कटआफ काफी नीचे चले जाने से अच्छे नंबर वालों को भी बेहतर रैंक नही मिली। इन छात्रों की नजर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अटकी है। वह चाहते हैं कि दोबारा एग्जाम हो जिससे उनको इंसाफ मिल सके।

फिर भी पाक साफ नही एनटीए
कट आफ काफी नीचे चले जाने और 67 छात्रों के रैंक वन आने के बाद एनटीए ने बताया कि 1563 छात्रों को देरी से परीक्षा शुरू होने पर ग्रेस मार्क दिया गया है। जबकि सच्चाई यह है कि इससे कहीं ज्यादा अभ्यर्थियों को ग्रेस मार्क दिया गया। जिसकी वजह से अच्छे नंबर पाने वालों को भी रैंक खराब मिली है। 23 जून को एनटीए ने 1563 ग्रेस मार्क पाने वालों का री एग्जाम कराया जिसके बाद भी लगे आरोपों से मुक्ति नही मिली। अभी भी पेपर लीक के लगातार सुबूत सामने आ रहे हैं।

तीन सेंटर की होगी काउंसिलिंग
बता दे कि एमएलएन मेडिकल कॉलेज में काउंसिलिंग के दौरान मेडिकल कॉलेज, यूनाइटेड कॉलेज और वाराणसी के हेरिटेज कॉलेज की सीटों की काउंसिलिंग होनी है। एमएमलएन मेडिकल कॉलेज में दो सौ सीट मौजूद हैं। इस कारण से इसे बड़ा सेंंटर माना जा रहा है। काउंसिलिंग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार को लोग काउंसिलिंग को लेकर क्वेरी करते रहे।

लगातार सर्च कर रहे हैं लेकिन अभी तक वेबसाइट पर कोई नोटिफिकेशन नही आया है। अच्छे नंबर लाने के बाद रैंक भी बेहतर मिली थी। सोचा था इस बार कॉलेज मिलेगा। लेकिन कुछ समझ नही आ रहा कि क्या होने वाला है।
सल्तनत तनवीर, अभ्यर्थी

छह जुलाई से काउंसिलिंग शुरू होनी थी। लेकिन दिनभर कोई नोटिफिकेशन नही आया है। वेबसाइट देख्री जा रही है। समझ नही आ रहाकि क्या होने वाला है। इस नंबर और रैंक दोनों मेंरे अच्छे आए थे।
प्रभव श्रीवास्तव, अभ्यर्थी

अब तो यह भी सामने आ गया है कि पेपर लीक हुआ था। एग्जाम में काफी धांधली हुई है। उम्मीद है कि दोबारा से पेपर कराया जाएगा। अभी हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है।
सुजीत कुशवाहा, अभ्यर्थी

नीट यूजी का दोबारा एगजाम होना चाहिए। यह जरूरी है। इससे जो भी धांधली हुई है वह सामने आ जाएगी। जो लोग अच्छे नंबर लाकर भी रैंक नही पा सके हैं उनको खुद को साबित करने का मौका मिलेगा।
सत्यम यादव, अभ्यर्थी

शाम तक तो कोई नोटिफिकेशन नही आया है। लगता है िकी नीट यूजी की काउंसिलिंग टल जाएगी। आठ जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी है। अगर कोई नोटिफिकेशन आएगा तो उसके अकार्डिंग की प्रक्रिया चलाई जाएगी।
कविता चावला, काउंसिलिंग प्रभारी, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज