प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रतापगढ़ जिले के जेठवारा थाना क्षेत्र स्थित गंभीरा गढ़वा निवासी राजेंद्र प्रसाद पटेल का बेटा दीपांशु यहां एसएससी की तैयारी कर रहने दो साल पूर्व आया था। वह दो भाइयों में बड़ा था। उसका पिता राजेंद्र किसानी करता है। यहां वह कैंट एरिया के उचवागढ़ी में किराए पर कमरा लेकर पढ़ाई करता था। उसके साथ गांव का ही सौरभ पटेल रूम पार्टनर रहता था। मगर फीवर आने के कारण वह एक हफ्ते से घर चला गया था। इन दिनों दीपांशु रूम पर अकेले ही था। बुधवार सुबह वह काफी देर तक बाहर नहीं आया। खुली हुई खिड़की से देखा गया तो उसकी बॉडी फांसी के फंदे से लटक रही थी। इस बात की खबर मकान मालिक द्वारा पुलिस को दी गई। पुलिस उसके घर सुसाइड की जानकारी देने के बाद बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। होनहार बेटे के सुसाइड से पूरे परिवार में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम बाद बॉडी लेकर परिवार के लोग घर चले गए।
घर में युवती ने किया सुसाइड
धूनगंज इलाके के कंधईपुर निवासी सतपाल यादव की बेटी श्वेता घर के कमरे में दुपट्टे से फांसी लगाकर मंगलवार को जान दे दी। उसकी मां उर्मिला नैनी तो भाई काम पर गया हुआ था। जब वह देर शाम घर लौटे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। उनके जरिए बात पुलिस को बताई गई। पुलिस पहुंची और छानबीन की। कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने पर बॉडी को पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। बुधवार को उसकी बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ। धूमनगंज इंस्पेक्टर राकेश कुमार मौर्य ने कहा कि सुसाइड का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।