प्रयागराज (ब्यूरो)। सुसाइड करने वाला छात्र आशुतोष तिवारी दो भाइयों में छोटा था। उसका बड़ा भाई ऋषी तिवारी है। फतेहपुर जिले के ललौली थाना क्षेत्र स्थित सैबसी गांव निवासी पिता सत्यनारायण तिवारी पुरोहित का काम करते हैं। कुछ बताने से कतरा रहे परिजन व साथ रहे लोग काफी कुरेदने पर मुंह खोले। वह बोले कि उन्हें सुसाइड की वजह को लेकर कोई बात नहीं मालूम। घर पर सब कुछ ठीक चल रहा था। आशुतोष भी घर पर किसी न किसी से अक्सर बातें कर ही लिया करता था। घर व रिश्तेदारियों से भी उसके फोन आया जाया करते थे। कभी कोई किसी से कोई ऐसी बातें वह नहीं कहा जिससे लगे कि वे सुसाइड जैसे कदम उठा सकता है। पोस्टमार्टम के बाद बॉडी लेकर परिवार के लोग चले गए। उनका कहना था कि अंतिम संस्कार वह घर ले जाकर ही करेंगे।
तो युवती पर बनता है उत्प्रेरण का केस
पुलिस यह बात तो मान रही कि छात्र के सुसाइड की वजह प्रेम प्रसंग ही है। मोबाइल में मिले कुछ साक्ष्यों को पुलिस उसके प्रेम प्रसंगों को आधार बता रही है। मगर, वह छात्रा कौन और कहां की है? यह बात बताने से कर्नलगंज पुलिस कतराती रही। काफी पूछने के बाद थाना पुलिस द्वारा सिर्फ इतना बताया गया कि वह शहर की ही रहने वाली है और पढ़ाई करती है। यदि पुलिस द्वारा बताई जा रही प्रेम प्रसंग में सुसाइड की बात सच है तो कुछ गंभीर प्रश्न सिर उठा लेते हैं। यदि ऐसा है और एक युवती उस छात्र के सुसाइड की वजह है, तो उसके खिलाफ आत्म हत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा पुलिस द्वारा क्यों नहीं दर्ज किया गया। युवती के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से उसके हौसले बढ़ेंगे और उसकी वजह से कोई दूसरा युवक फिर सुसाइड कर सकता है।
पोस्टमार्टम के बाद छात्र की बॉडी को उसके परिवार वालों को सौंप दिया गया है। छात्रावास में छात्र द्वारा सुसाइड के पीछे अब तक थाना पुलिस द्वारा की गई छानबीन में लव मैटर ही सामने आ रहा है। यदि परिवार की ओर से कोई तहरीर मिलेगी तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।
संतोष कुमार मीना, एसपी सिटी