प्रयागराज (ब्यूरो)। डिजिटल मीडिया से हमारा जीवन विविधतापूर्ण हो गया है। कला, साहित्य, भाषा और बोली में हम विविध संपर्क विविध माध्यमों और विविध पहलुओं से रूबरू हो रहे हैं। इसका नकारात्मक पक्ष यह है कि लाइक एवं सब्सक्रिप्शन के नाम पर भ्रामक समाचार, भ्रामक तथ्य और भ्रामक खबरें इत्यादि प्रसारित की जा रही है। साइबर क्राइम, फ्र रिचार्ज, फ्र गिफ्ट, और डीप फेक, डिजिटल अरेस्ट जैसी समस्याओं से समाज में बहुत सारे लोग समस्या ग्रस्त हो रहे हैं और यह प्रवृत्ति तेजी से बढ़ती जा रही हैं। यह बातें सोमवार को ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में आयोजित डिजिटल मीडिया लिटरेसी एवं फेक न्यूज विषय पर परिचर्चा एवं संवाद प्रोग्राम को सम्बोधित करते हुए डॉ अरविंद कुमार मिश्र ने कहीं।
छात्र करें अवेयर
नमस्कार फाउंडेशन के सचिव उत्कर्ष मिश्रा ने युवाओं से फेक न्यूज के बारे में गांधी जी के मूल मंत्र का उपयोग करने का आह्वान किया। कहा कि बुरा न देखें, बुरा न सुनें और बुरा न बोलें को आत्मसात करें। इससे दूसरों को भी अॅवेयर करें ताकि फेक न्यूज के प्रचार को रोका जा सके। एनएसएस के स्वयंसेवकों से फेक न्यूज के संदर्भ में संवाद करते हुए उनकी बाइट रिकॉर्डिंग के माध्यम से एकत्र की। डॉ रुचि गुप्ता एवं डॉ रेफाक अहमद ने भी अपने विचार साझा किए। संचालन अमरेश दुबे ने किया। डॉ शैलेश कुमार यादव एवं डॉ गायत्री सिंह के साथ बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे।