प्रयागराज ब्यूरो । शंकरगढ़ इलाके में एसटीएफ द्वारा रविवार को गांजा की बड़ी खेप पकड़ी गई। गांजा तस्करी कराने वाले गैंग का एक गुर्गा भी टीम के हाथ लगा है। कार में बरामद गांजा का वजन करीब 90 किलो बताया गया है। इस गांजा की कीमत करीब 45 लाख रुपये आंकी गई है। अंतरराज्यीय गैंग के गिरफ्तार गुर्गे का नाम राज किशोर मिश्र उर्फ बब्बू है। आकाओं के इशारे पर वह कार से गांजा गंतव्य तक पहुंचाने का काम करता था। इसके एवज गैंग का सरगना उसे 50 हजार रुपये दिया करता था। पकड़ा गया गांजा सप्लायर मूल रूप से कौशाम्बी जिले का निवासी है। पूछताछ में उसके जरिए गैंग से जुड़े कई लोगों के नाम कबूले गए हैं। जिनकी तलाश में एसटीएफ की टीम देर रात तक जुटी रही।

शंकरगढ़ में हुई गिरफ्तारी
जिले की एसटीएफ इकाई को खबर मिली थी कि कार से गांजा की बड़े खेल शंकरगढ़ की ओर ले जाई जा रही है। इस सूचना पर पुलिस उपाध्यक्ष एसटीएफ सप्लायर के पीछे टीम लगा दिए। बताते हैं कि टीम में शामिल उप निरीक्षक वेद प्रकाश पांडेय, मुख्य आरक्षी संजय सिंह, अश्वनी सिंह, राजेश कुमार, रोहित सिंह, कांस्टेबल किशन चंद्र व चालक प्रताप पांडेय कार का पीछा कर लिए। शंकरगढ़ नारी बारी में गांजा लेकर जा रही कार को घेर कर टीम पकड़ ली। कार में सवार राज किशोर मिश्र उर्फ बब्लू को गिरफ्तार कर टीम के द्वारा पूछताछ शुरू की गई। एसटीएफ को बताया कि वह कौशाम्बी जिले के सरायअकिल रक्सराई निवसी शिव कुमार मिश्र का बेटा है। हाल पता जीरो चर्च रोरू बालाजी टेंट हाउस मदर टेरेसा बोर्ड शांति नगर थाना बोधघाट जगदलपुर जिला बस्तर छत्तीसगढ़ है। टीम तलाशी शुरू की तो कार की डिग्गी में 90 किलो गांजा बरामद हुआ। इसकी कीमत करीब 45 लाख रुपये आंकी गई है। उसके पास से एक मोबाइल, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड व 3600 रुपये भी मिले हैं।

प्रति चक्कर मिलते थे 50 हजार
गांजा तस्करी करने वाले गैंग के गिरफ्तार किए गए गुर्गे से टीम द्वारा सख्ती के साथ पूछताछ की गई। टीम के मुताबिक बताया कि बरामद गांजा रोहित त्रिपाठी उर्फ पट्टर पुत्र स्व। इंद्रपाल त्रिपाठी ग्राम कनैली पोस्ट कनैली जिला कौशांबी का है। कहा कि सचिन उपाध्याय पुत्र बड़का उसी के गांव का है। बताया कि तीन दिन पूर्व रोहित ने उसके पास फोन किया था। कहा कि जगदलपुर छत्तीसगढ़ पहुंचकर मुझसे बताया कि डिजायर कार में गांजा लेकर गांव चलना है। जिसके बदले में 50 हजार रुपये देने को कहा था। एक झटके में 50 हजार रुपये मिलने की लालच में वह तैयार हो गया। इसके बाद रोहित बाइक से गांजा लाकर कार में रख दिया। इसके बाद सचिन कार के आगे-आगे अपाचे बाइक से चल रहा था। नारीबारी में कार की घेरा बंदी हुई तो वह पकड़े जाने के भय से भाग निकला। सचिन कनैली के रोहित संग मिलकर कई साल से गांजे की सप्लाई किया करता है। अब एसटीएफ सचिव व रोहित की तलाश में जुट गई है।


पूछताछ में पता चला है कि गांजा तस्करों का यह गैंग कौशाम्बी जिले से संचालित है। सरगना भी कौशाम्बी का निवासी है। प्रकाश में आए सरगना व अन्य गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगा दी गई है।
नावेंदु कुमार, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ