प्रयागराज (ब्‍यूरो)। उन्होंने बताया कि वाराणसी के जनसेवा केंद्रों में स्टांप मिलने लगा है। इसी अक्टूबर में प्रयागराज के 2300 जनसेवा केंद्रों में कोई भी जाकर ई स्टांप खरीद सकेगा। इसके लिए उसे अलग से पैसे नही देने होंगे। लंबे समय से इसकी मांग भी की जा रही थी। स्टांप मंत्री ने बताया कि स्टांप के मनमाने दाम पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने नई व्यवस्था शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि खून के रिश्ते में प्रापर्टी हस्तांतरण पर अब केवल पांच हजार देना होगा। इस योजना का लाभ अब तक लाखों रुपए उठा चुके हैं। इससे प्रदेश सरकार को करोड़ों के राजस्व की आय भी हुई है। उन्होंने बताया कि अभी तक उत्तर प्रदेश के अंदर अगर परिवार के खून के रिश्ते में अगर अपनी प्रापर्टी को देना चाहते थे तो क्रय-विक्रय के आधार पर पूरी की पूरी स्टाम्प लगती थी। यानी यदि शहरी क्षेत्र है तो 7 प्रतिशत और बाहरी है तो 5 प्रतिशत स्टाम्प लगता था। लेकिन प्रदेश सरकार ने अब यह व्यवस्था बदल कर महज 5000 कर दी गई है।

18 जून से लागू है योजना
उन्होंने कहा कि इस कदम से परिवार में प्रापर्टी हस्तांतरण को लेकर होने वाले विवादों में कमी आई है।
इसका काफी लाभ देखने को मिल रहा है। यह व्यवस्था 18 जून से लागू हो चुकी है।
इस व्यवस्था के लागू होने पर अब तक 1 लाख 38 हजार 499 लोग उठा चुके हैं
इससे सरकार को 477.54 लाख रुपए की आय हुई है।
इस योजना को लागू करने के पीछे योगी सरकार की चाहत थी कि घर के अंदर किसी भी प्रकार विवाद न रहे
आपसी भाई-चारे के आधार पर सरल तरीके से प्रापर्टी का हस्तांरण हो सके।
सिविल कोर्ट में प्रापर्टी के मामलों के दाखिल होने की संख्या भी कम हुई है।

वाराणसी से इस योजना का शुभारंभ किया जा चुका है। रिस्पांस अच्छा है। अब इसे पूरे यूपी में लागू किया जा रहा है ताकि कॉमनमैन को स्टांप के लिए कहीं एक्स्ट्रा पे न करना पड़े।
रवींद्र जायसवाल, स्टांप मिनिस्टर