- अप्रैल के पहले सप्ताह से बंद थी सेवाएं। भटक रहे थे मरीज
प्रयागराज- इलाज के लिए भटक रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। शुक्रवार से एसआरएन अस्पताल की ओपीडी सेवाएं खुलने जा रही हैं। शासन की ओर से पत्र आने के बाद गुरुवार को तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई। एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि पूर्व की भांति समस्त ओपीडी चलाई जाएंगी और मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा।
दो माह बाद मिलेगी राहत
अप्रैल के प्रथम सप्ताह में कोरोना के मामले बढ़ने पर शासन ने एसआरएन को डेडिकेटेड लेवल थ्री कोरोना अस्पताल बना दिया था। इसके बाद यहां हजारों मरीजों का इलाज चला। इस दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएं ही चालू रही। अब शासन ने निर्णय लिया है कि एसआरएन की तमाम ओपीडी केा कोविड नियमों व सोशल डिसटेंसिंग के साथ चालू करा देना चाहिए। जिससे आम मरीजों को इलाज के लिए भटकना नही पड़े।
भर्ती हैं महज दस मरीज
इस समय एसआरएन में कोरोना के दस मरीज भर्ती हैं जिनका इलाज चल रहा है। वहीं पोस्ट कोविड मरीजों की संख्या 59 है। इन सभी को नई बिल्डिंग में रखा गया है। जबकि पूर्व की तरह लाल बत्ती बिल्डिंग में ओपीडी का संचालन किया जाएगा। मरीजों को भर्ती भी किया जाएगा। बता दें कि एसआरएन में सामान्य मरीजों के लिए एक हजार बेड मौजूद हैं।
बेली के लिए नहीं आया आदेश
एक ओर एसआरएन की ओपीडी शुरू करने का आदेश हो गया है तो दूसरी ओर बेली अस्पताल को लेकर असमंजस की स्थिति कायम है। बेली प्रशासन का कहना है कि उन्हें ओपीडी शुरू करने संबंधी कोई पत्र नही मिला है। अगर आदेश आता है तो सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी की शुरआत कर दी जाएगी।
रोजाना आते हैं तीन हजार नए मरीज
मंडल का एकमात्र हॉस्पिटल होने के चलते एसआरएन में रोजाना तीन हजार के लगभग नए मरीज दस्तक देते हैं। इन सभी को अलग-अलग ओपीडी में देखा जाता है। यह मरीज दो माह से इलाज के लिए परेशान थे। जिसके चलते पूरा लोड काल्विन पर आ गया था। खासकर गंभीर बीमारियों के मरीजों को ओपीडी चालू होने से बेहतर इलाज मिल सकेगा।
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शुक्रवार से सभी ओपीडी का संचालन किया जाना है। तैयारियां हो गई हैं। मरीजों को भर्ती भी किया जाएगा।
डॉ। एसपी सिंह, प्रिंसिपल, एसआरएन अस्पताल