प्रयागराज (ब्यूरो)। नैनी जेल भेजे गए गौसनगर के मां बेटी हत्याकांड के आरोपित आरिफ की गिनती खूंखार अपराधियों में हो गई है। न कोई केस, न कोई अपराध। बस एक ही घटना से आरिफ नैनी जेल में चर्चा का विषय बन गया है। जिस दुस्साहस से आरिफ ने पुलिस पर तेजाब से हमला किया है और उसके पास से धारदार हथियार बरामद किए गए इस इनपुट के बाद से नैनी जेल अफसरों के होश उड़े हुए हैं। आरिफ को सामान्य कैदियों से अलग अकेले एक बैरक में रखा गया है। उसके पास दो पक्के भी नजर रखने के लिए लगाए गए हैं।
मां बहन को मार दिया था
बीते बुधवार की दोपहर गौसनगर करेली में बेहद सनसनीखेज घटना हुई। गौसनगर में रहने वाले कादिर के बेटे आरिफ ने अपनी मां अनीसा और बहन आफरिन को मार दिया था। विवाद प्रापर्टी को लेकर था। आरिफ ने अपने पिता को भी मरणासन्न कर दिया था। जब पुलिस उसे पकडऩे पहुंची तो आरिफ ने छत से पुलिस पर एसिड अटैक किया। एसिड भरी शीशियां आरिफ ने पुलिस पर फेंकी। दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस आरिफ को पकड़ पाई। घटना के दौरान बेहद क्रूर रूप था आरिफ का।
जेल प्रशासन को किया गया सतर्क
शुक्रवार दोपहर को आरिफ को करेली पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरिफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने दोपहर बाद आरिफ को नैनी जेल में दाखिल किया। नैनी जेल लेकर पहुंची करेली पुलिस ने जब जेल अफसरों को आरिफ के कारनामे बताए तो अफसरों के कान खड़े हो गए।
क्वारंटाइन बैरक में रखा गया आरिफ
कोरोना के दौरान नैनी जेल में नई बैरक का नाम क्वारंटाइन दिया गया था। इस बैरक में केवल एक कैदी को रखा जाता है। आरिफ को जेल के अंदर क्वारंटाइन बैरक में रखा गया है। बैरक में रात भर आरिफ घूमता रहा। कभी दीवार पर हाथ पटकता रहा। रात भर वह सोया नहीं। जेल के अफसरों ने वहां के डाक्टरों से आरिफ की देखभाल के लिए कहा है। साथ ही आरिफ की बैरक के पास दो पक्के का तैनात किया गया है।