तहसील दिवस में कमिश्नर ने पकड़ा अफसरों का फर्जीवाड़ा, जताई नाराजगी
सोरांव तहसील दिवस के औचक निरीक्षण में सामने आई कमियां
ALLAHABAD: तहसील दिवस में शिकायतों के निस्तारण के लिए चक्कर काटने वाली पब्लिक के साथ अधिकारी खुलेआम धोखाधड़ी कर रहे हैं। इस बात की तस्दीक कमिश्नर राजन शुक्ला के सामने उस समय हुई जब वह सोरांव तहसील दिवस का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। यहां पर उन्होंने विद्युत विभाग के चार शिकायती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की वास्तविकता को पकड़ा। तहसील अभिलेख में निस्तारण शून्य पाया गया। इसी प्रकार कई विभागों के निस्तारण आंकड़ों विसंगतियां पाई गई। विभाग की रिपोर्ट कुछ और अभिलेख कुछ और बयां कर रहे थे। कमिश्नर ने झूठे ओर धीमे निस्तारण पर नाराजगी जताई।
अपडेट रखें अपनी रिपोर्ट
निस्तारण की रिपोर्ट में गोलमाल पाए जाने पर कमिश्नर ने एसडीएम सोरांव को निस्तारित और अनिस्तारित प्रार्थना पत्रों की रिपोर्ट को अपडेट रखने के निर्देश दिए। साथ ही एडीएम नागरिक आपूर्ति लक्ष्मी शंकर सिंह को आंकड़ों की जांच कर आख्या देने को कहा। एडवोकेट आरके सिंह की शिकायती पर प्रार्थना पत्र पर राम बहादुर इंचार्ज, कानूनगो, एसडीएम और एसओ को मौका मुआयना करने और एसडीएम को मुकुंदपुर व मऊआइमा ग्रामों में जाकर जांच करने कहा। विशेष अभियान चलाकर भूमि पर अवैध कब्जे हटाने को कहा गया।
ईओ गोपाल गंज से जवाब-तलब
इसके बाद कमिश्नर ने शिकायत पंजीकरण स्टाल पर गए तो पता चला कि भारी भीड़ होने के बावजूद महज चार रसीद काटी गई थीं। उन्होंने लाइन लगवाकर व्यवस्थित कार्रवाई करने के निर्देश एसडीएम बृजेंद्र द्विवेदी को दिया। कमिश्नर ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका लाल गोपालगंज के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण तलब किया है। समीक्षा के दौरान पाया गया कि 269 में से 155 प्रार्थना पत्रों का निस्तारण हो चुका है। कमिश्नर ने बचे हुए शिकायतों का निस्तारण जल्द कराने के निर्देश दिए।