प्रयागराज ब्यूरो । धूमनगंज इलाके में रिटायर फौजी की सिर कूंचकर हत्या कर दी गई। घटना बुधवार रात की है। फौजी को उसके दोस्त के सामने मारा गया। घटना पास मांगने के दौरान बाइक टकराने को लेकर हुए विवाद के बाद हुई। सरेराह वारदात को अंजाम देकर हत्यारे फरार हो गए। घटना से लोग दहशत में आ गए। फौजी की पत्नी ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसओजी और पुलिस हत्यारों की तलाश में लगी है। बहरिया के सिकंदरा जलालपुर गांव के रहने वाले रिटायर फौजी धर्मेंद्र कुमार सिंह पुत्र कृष्ण प्रताप सिंह ने धूमनगंज के मधुबन बिहार नींवा में मकान बनवाया है। यहां धर्मेंद्र पत्नी सुशीला और चार ब'चों के साथ रहते थे। धर्मेंद्र अपने साथी सोहन पाल के साथ बुधवार रात सब्जी खरीदने गए थे। दोनों साथ वापस लौट रहे थे। बाइक सोहन चला रहा था। रास्ते में कई युवक लहराते हुए बाइक चला रहे थे। सोहन अपनी बाइक ओवरटेक नहीं कर पाया तो इस बीच फौजी ने आगे चल रहे युवकों को जोर की आवाज में फटकार लगाई। इस पर युवकों ने बाइक किनारे कर ली। सोहन और धर्मेंद्र आगे निकल गए।

दुकान पर रुकना हो गया 'कालÓ
अचानक धर्मेंद्र ने जब जोरदार आवाज में युवकों को फटकार लगाई तो वे तैश में आए मगर न जाने क्या सोचकर उस समय नहीं बोले। सोहन ने अपनी बाइक आगे बढ़ाई। अबूबकरपुर तिराहे के पास एक पान की दुकान पर सोहन ने अपनी बाइक रोकी। वह दुकान पर जाकर कुछ लेने लगा तभी पीछे से तीनों बाइक सवार छह युवक वहां पहुंच गए। सोहन और धर्मेंद्र को देखकर बाइक सवार रुक गए। उनकी धर्मेंद्र से कहासुनी होने लगी। फौजी धर्मेंद्र से बर्दाश्त नहीं हुआ। वह युवकों से भिड़ गया। इस बीच एक युवक ने धर्मेंद्र के सिर पर ईंट से वार कर दिया। ईंट लगते ही धर्मेंद्र गिर गया। उसके सिर में गंभीर चोट आई। यह देख सोहन दौड़ा तो युवक भाग निकले।
पुलिस ले गई अस्पताल
घटना के बाद काफी देर तक धर्मेंद्र वहीं पड़ा रहा। किसी की हिम्मत उसे उठाकर अस्पताल ले जाने की नहीं हुई। सूचना पर दरोगा निखलेश तिवारी फोर्स के साथ पहुंचे। वह बेसुध फौजी को एसआरएन अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने फौजी को मृत घोषित कर दिया। बृहस्पतिवार सुबह अबूबकरपुर में जब लोगों को पता चला कि फौजी की मौत हो गई तो हड़कंप मच गया।

कई युवकों को पुलिस ने उठाया
घटना की गंभीरता को देखते हुए धूमनगंज ने तेजी दिखाते हुए अबूबकरपुर इलाके से कई युवकों को पूछताछ के लिए उठाया है। घटना सड़क पर हुई है मगर कोई भी दहशत की वजह से हमलावरों के बारे में कुछ बताने को तैयार नहीं है। जबकि पुलिस लोगों से हमलावर युवकों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास करती रही।


बिलख पड़े पत्नी, ब'चे
फौजी धर्मेंद्र सिंह की पहचान मददगार इंसार के तौर पर थी। मोहल्ले में लोग उसे बहुत मानते थे। किसी को भी अगर कोई दिक्कत होती थी और इसकी जानकारी फौजी को होती थी तो वह मदद करने पहुंच जाता था। घटना की सूचना जैसे ही उसके घर पहुंची पत्नी सुशीला रोने बिलखने लगी। पड़ोसियों की भीड़ उसके घर लग गई। पोस्टमार्टम हाउस पर भी फौजी के जान पहचान वाले बड़ी संख्या में पहुंचे।


घटना अचानक हुई। पूर्व में कोई ऐसा कारण नहीं था घटना को लेकर। अज्ञात में केस दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों की तलाश की जा रही है।
- राजेश मौर्या, इंस्पेक्टर धूमनगंज