प्रयागराज (ब्‍यूरो)। तीन दिन हो गए। पता नहीं सोनिया ने कुछ खाया होगा कि नहीं। न जाने वह किस हाल में होगी। मां सुशीला रो रोकर जान दिए दे रही है। पिता विजय जीआरपी का चक्कर काट काट कर परेशान है। मगर जीआरपी तीन दिन से यही जवाब दिए जा रही है कि चिंता मत करो बच्ची मिल जाएगी। सोनिया को गायब हुए तीन दिन हो गए। सोनिया जंक्शन से गायब हुई है। जीआरपी को जानकारी है, मगर तीन दिन बीतने के बाद भी जीआरपी कोई तसल्ली भरा जवाब परिजनों को नहीं दे पाई है।

पानी लेकर लौटी तो बच्ची गायब
मध्य प्रदेश के रीवा के पनवार गांव के रहने वाले विजय की ससुराल प्रयागराज में गऊघाट में है। आठ जुलाई को उसकी पत्नी सुशीला अपनी पांच वर्षीय बेटी सोनिया और एक साल की बेटी साधना के साथ डभौरा स्टेशन से प्रयागराज के लिए रवाना हुई। दोपहर में साढ़े ग्यारह बजे प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन आई। सुशीला अपनी दोनों बच्चियों को लेकर प्लेटफार्म पर ट्रेन से उतरी। इसके बाद सीढ़ी से प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ गई। वह ओवरब्रिज पर ही बैठ कर बच्चों को पानी पिलाने लगी।

बच्चों के साथ खेलने लगी सोनिया
सुशीला अपने दोनों बच्चों के साथ बैठी थी। तभी आठ दस साल के चार बच्चे आ गए। वह भी सोनिया के साथ खेलने लगे। कुछ देर बाद सुशीला ने देखा तो सोनिया गायब थी। वह अपनी दुधमुंही बच्ची को लेकर सोनिया की तलाश करने लगी। करीब एक घंटे तक सोनिया नहीं मिली तो सुशीला रोने लगी। उसने अपने पति विजय को फोन करके बताया। इस पर विजय ने अपनी ससुराल में साले को फोन करके घटना बताई। इधर आपाधापी में सुशीला एक ट्रेन पर सवार हो गई। वह नैनी पहुंच गई। अब ससुराल वाले सुशीला को खोजने लगे। खैर, शाम को जीआरपी में सोनिया के गायब होने की सूचना दी गई।

तीन दिन में दो फुटेज देखा
जीआरपी की तेजी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जीआरपी तीन दिन में केवल दो सीसीटीवी फुटेज देख पाई। नौ जुलाई को जीआरपी ने सोनिया के पिता विजय को ओवरब्रिज की फुटेज दिखाई। जिसमें वह बच्चों के साथ जाती दिख रही है। वहीं, दस जुलाई को प्लेटफार्म दो पर सुशीला के ट्रेन से उतरने वक्त की फुटेज दिखाई है। विजय का कहना है कि वह और उसकी ससुराल वाले तीन दिन से बेटी की तलाश में लगे हुए हैं। पत्नी रो रो कर जान देने पर अमादा है। जीआरपी वाले कुछ साफ बता नहीं रहे हैं।