प्रयागराज (ब्यूरो)। इस अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा टीमों का गठन किया गया है। यह टीमें स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर 0 से 19 साल तक बच्चों और किशोरों को एल्बेंडाजोल दवा खिलाएंगी। इस दवा के सेवन से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं। कार्यक्रम में आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सहयोग करेंगे।
बता दें कि बच्चों में पेट में कीड़े अधिक होने के कारण पेट दर्द की शिकायत अधिक रहती है। जिस कारण स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग द्वारा यह संयुक्त अभियान चलाया जाता है।
छुट्टियों से मिलेगी निजात
बता दें कि पेट दर्द की शिकायत के बच्चे करते हैं। इसी शिकायत के कारण वह छुट्टियां अधिक लेते हैं और उनकी पढ़ाई भी काफी दिक्कत होती है। इसी समस्या को दूर करने के लिए बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाने का कार्य किया जाता है। इस दवा के सेवन से रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि, कुपोषण में सुधार, एनीमिया में नियंत्रण आदि फायदे होते हैं।
ऐसे होगा बचाव
- नाखून साफ व छोटे रखें।
- खाने को ढंक कर रखें।
- हाथ साबुन से धोएं।
- आसपास सफाई रखें।
- खुले में शौच न करें।
- हमेशा साफ पानी पिएं।
- फल व सब्जियां धोकर यूज करें।
- जूते व चप्पल पहनें।
खा जाते हैं पोषक तत्व
डॉक्टर्स बताते हैं कि कृमि ऐसे परजीवी हैं जो मनुष्य के आंत में रहते हैं और जीवित रहने के लिए मानव शरीर के जरूरी पोषक तत्व को खाते हैं। डब्लयूएचओ के अनुसार के अनुसार दुनिया भर में 150 करोड़ से अधिक लोग, या दुनिया की आबादी का 24 फीसद कृमि परजीवी से संक्रमित हैं। कृमि पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डालते हैं, जिसके कारण एनीमिया, कुपोषण, और मानसिक और शारीरिक विकास में बाधा होती है। संक्रमित बच्चे अक्सर स्कूल जाने के लिए बहुत थके हुए या बीमार होते हैं। जिससे उनकी स्कूल में उपस्थिति 25 फीसदी तक प्रभावित होती है।अभियान की शुरुआत की गई है। बच्चों को एलबेंडाजाल दवाएं खिलाई जाएगी। इसके सेवन से बच्चे संक्रमण से बचेंगे और उनकी स्कूल जाने की उपस्थिति में भी बढ़ोतरी होगी।
डॉ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज