प्रयागराज (ब्यूरो)। एसओ खीरी बैकुंठ नाथ पांडेय के खिलाफ लिखित शिकायत मिली थी कि वह महिला संबंधी मामलों, नाबालिग बच्चियों से संबंधित अपराधों की जांच और विवेचना में लापरवाही बरत रहे हैं। जांच कराये जाने पर शिकायत सही पायी गयी। जांच में यह तथ्य भी निकलकर आया कि उच्चाधिकारियों के आदेश की भी अवहेलना की जा रही है। इसी को गंभीरता से लेकर एसएसपी ने सस्पेंशन की कार्रवाई की।
पूरी रिपोर्ट आने पर विभागीय कार्रवाई भी होगी
खीरी ऐसा थाना है जहां अधिकारी बहुत कम जाते है। इसे एसओ भी अच्छी तरह से जानते हैं कि कोई बड़ी घटना हो पर ही अधिकारी इस क्षेत्र में कदम रखेंगे। यह ही कारण है कि थाना प्रभारी से लेकर चौकी इंचार्ज तक मनमाने ढंग से काम करते हैं। काम कम आराम ज्यादा करने जैसे वाली स्थिति होती है। यह थाना मध्यप्रदेश के रीवां जिले का बॉर्डर भी है। उच्चाधिकारियों को शिकायत मिली कि थानेदार दूरी का फायदा उठाकर स्वेच्छाचारी बन रहे हैं। गंभीर मामलों के निस्तारण में न केवल घोर लापरवाही बरत रहे हैं, बल्कि अवैध धनउगाही के भी आरोप लगे। इस शिकायत को गंभीरता से लिया गया। एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित से एक रिपोर्ट तलब कर प्रारंभिक जांच एसपी क्राइम से कराई गई। एसपी क्राइम द्वारा भेजी गई अंतरिम आख्या में आरोप प्रथम दृष्टया सही बताया गया था। संकेत मिले हैं कि पूरी रिपोर्ट आने पर विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
यह कार्रवाई उन पुलिसवालों के लिए सीख है जो काम को सीरियसली नहीं लेते या फिर आपराधिक प्रवृत्ति लोगों से साठ-गांठ रखते हैं। महिलाओं, नाबालिग बच्चियों से संबंधित केस में लापरवाही बरतते हैं। कानून-व्यवस्था का पालन न करने वाले और कानून को अपने हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा फिर चाहे वो पुलिस डिपार्टमेंट का ही बंदा क्यों न हो।
अजय कुमार एसएसपी प्रयागराज