प्रयागराज (ब्यूरो)।आरिफ के दो रूप पुलिस के सामने आए हैं। एक बेहद खतरनाक और दूसरा बेहद समझदार। अब आरिफ से खतरनाक और समझदार रूप के बीच चूक कैसे हो गई कि वह हत्यारा बन कर पुलिस की कस्टडी में पहुंच गया। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है। सारी जांच एक सवाल पर आकर टिक गई है कि क्या वाकई में सनकी है आरिफ।

तलवार, चाकू क्यों लाया आरिफ
पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस को जांच में यही पता चला है कि आरिफ अपने भाई के परिवार को मारकर तेजाब से जला देने का मंसूबा पाले हुए था। इसी मकसद से आरिफ छह महीने से तेजाब की बोतलें लाकर घर के अंदर रख रहा था। आरिफ भाई के कुनबेको तो नहीं मार पाया मगर मां अनीसा और बहन आफरिन की हत्या कर दी। इसके बाद तेजाब की बोतलों से पुलिस पर हमला कर दिया। हाल फिलहाल, पुलिस ने जांच तो शुरू कर दी है, मगर अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।

ज्यादा खून बहने से हो गई मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक आरिफ की मां अनीसा और बहन आफरिन की बाडी पर तेज धारदार हथियार के घाव मिले हैं। दोनों की गर्दन और पेट पर वार किए गए हैं। जिससे दोनों का बहुत खून बह गया और उनकी मौत हो गई। अगर समय रहते दोनों को इलाज मिल जाता तो शायद दोनों की जान बच जाती।

पुलिस के सामने हैं ये सवाल
कादिर के दो मकान हैं, आज नहीं कल एक मकान हिस्से में आरिफ को मिलता जरुर। फिर हत्याकांड क्यों।
तैश में आकर मां बहन की हत्या कर दी तो पुलिस पर हमला क्यों किया।
क्या ट्यूशन पढ़ाने वाला आरिफ ये नहीं जानता था कि हत्या के बाद पूरा जीवन जेल में कटेगा।
बाहर शांत रहने वाला आरिफ घर के अंदर बवाल क्यों करता था।
क्या आरिफ ने ये नहीं सोचा कि हत्यारा बनने के बाद पत्नी और बच्चे का क्या होगा।
भाई की हत्या करनी थी तो दिन के वक्त बवाल क्यों किया।

मामला बेहद पेचीदा है। जांच शुरू कर दी गई है। आरिफ से पूछताछ की जा रही है। तमाम सवालों के वह जवाब नहीं दे पा रहा है। मामला मकान के विवाद का बताया जा रहा है, मगर विवाद की इस बात में ज्यादा दम नहीं है। फिलहाल, तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है।
रामाश्रय यादव
इंस्पेक्टर करेली