प्रयागराज ब्यूरो । कई महीने बीत जाने के बाद भी उमेश पाल हत्याकांड अभी चर्चा का विषय बना हुआ है। हत्याकांड में नौ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। चार का एनकाउंटर हो चुका है तो सात लोग अभी भी वांछित हैं। ऐसे में उमेश पाल हत्याकांड में अचानक नया ट्विस्ट तब आ गया जब पुलिस ने अतीक के वकील विजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। विजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद उमेश पाल हत्याकांड को लेकर शहर में एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। विजय पर उमेश की लोकेशन देने समेत कई आरोप लगे हैं। गिरफ्तार वकील विजय मिश्रा ने पूछताछ में कई राज खोले हैं, जिससे हत्याकांड में जांच का दायरा बढ़ गया है। मुमकिन है कि कई गिरफ्तारी और हो जाए। वकील ने शाइस्ता, जैनब और आयशा के बारे में भी जानकारी दी है। वकील को पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद नैनी जेल में दाखिल कर दिया है।
विजय का नाम आया था चर्चा में
माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को पुलिस ने शनिवार रात लखनऊ के होटल हयात लिगेसी के बाहर से गिरफ्तार किया। वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया। उमेश पाल हत्याकांड में दूर दूर तक विजय मिश्रा का नाम नहीं था। 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या की गई थी। उस समय जो नाम सामने आए थे, उनमें कहीं भी वकील विजय मिश्रा का नाम चर्चा में भी नहीं था। मगर अचानक विजय मिश्रा की गिरफ्तारी से शहरी सकते में हैं। हत्याकांड में पुलिस आरोपित सदाकत खान, वकील खान शौलत हनीफ समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दसवीं गिरफ्तारी विजय मिश्रा की हुई है। विजय मिश्रा पर उमेश पाल की लोकेशन देने, हत्यारोपितों को मदद करने समेत कई आरोप लगे हैं।
खान शौलत हनीफ के बयान पर गिरफ्तारी
सूत्रों की मानें तो वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी का आधार वकील खान शौलत हनीफ का बयान बना है। खान शौलत हनीफ ने वकील विजय मिश्रा की भूमिका को लेकर तमाम बातें पुलिस को बताई। जिसके बाद पुलिस वकील विजय पर निगाह लगाए हुई थी। कई महीने तक कार्रवाई नहीं होने पर वकील विजय मिश्रा को लगा कि अब उस पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करेगी, मगर ये गलती भारी पड़ गई।
चार का हो चुका है एनकाउंटर
उमेश पाल हत्याकांड में चार काउंटर हो चुके हैं। पुलिस ने मुठभेड़ में अतीक के बेटे असद, शूटर गुलाम, शूटर उस्मान चौधरी और शूटर अरबाज को ढेर कर दिया था। इन चारों इन काउंटर की न्यायिक जांच चल रही है। इसमें असद और गुलाम का एनकाउण्टर एक साथ हुआ था। जबकि उस्मान अपने गांव के पास मारा गया था। और अरबाज को नेहरू पार्क के पास मारा गया था।
आयशा नूरी की डाली थी बेल अर्जी
उमेश पाल हत्याकांड में वकील विजय मिश्रा ने मई महीने में अतीक की बहन आयशा नूरी की बेल अर्जी डाली थी। ऐसे में जाहिर है कि हत्याकांड में वांछित आयशा वकील विजय मिश्रा के सम्पर्क में थी। और पुलिस आयशा को तलाश रही थी।
विजय पर हैं नौ मुकदमें
वकील विजय मिश्रा सरायइनायत थाना क्षेत्र के ककरा गांव का रहने वाला है। वकील के खिलाफ गैंगेस्टर समेत नौ मुकदमें दर्ज हैं। मई में दरियाबाद के फर्नीचर कारोबारी ने वकील विजय मिश्रा पर तीन करोड़ रुपये रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। अतरसुइया पुलिस इस केस की विवेचना कर रही है। वकील पर कर्नलगंज, करेली, मु_ीगंज, झूंसी थाने में केस दर्ज है।
पूछताछ में कई अहमद जानकारी दी
सूत्रों की मानें तो वकील विजय मिश्रा ने पूछताछ में पुलिस को शाइस्ता, जैनब और आयशा के बारे में कई अहमद जानकारियां दी हैं। पुलिस को ये भी पता चला कि है हत्याकांड में शामिल लोगों को कानूनी मदद देने की जिम्मेदारी वकील विजय मिश्रा को दी गई थी।
अभी सात आरोपित फरार
- शाइस्ता परवीन, अतीक की बीवी
- जैनब फातिमा, अशरफ की बीवी
- आयशा नूरी, अतीक की बहन
- आयशा नूरी की बेटी
- शूटर साबिर, पांच लाख का इनाम
- शूटर गुड्डू मुस्लिम, पांच लाख का इनाम
- शूटर अरमान, पांच लाख का इनाम
छावनी में तब्दील हुई कचहरी
वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी को लेकर बवाल की आशंका पर कचहरी को दिन में छावनी में तब्दील कर दिया गया। सड़क से लेकर कोर्ट परिसर तक पीएसी और पुलिस के जवान लगा दिए गए। पुलिस को आशंका था कि कोर्ट में पेशी के दौरान बवाल हो सकता है, ऐसे में एहतियातन कचहरी को छावनी बना दिया गया। दमकल भी लगा दी गई। मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
वकील विजय मिश्रा पर उमेश पाल हत्याकांड में साजिश में शामिल होने, आरोपितों की मदद का आरोप है। जांच के बाद साक्ष्य मिलने पर अधिवक्ता को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं। पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
-दीपक भूकर, डीसीपी सिटी