प्रयागराज (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने पहले उन उपकेंद्रों को चिन्हित किया। जहां इस तरह की शिकायत विद्युत विभाग के अफसरों को प्राप्त हुई थी। ज्यादातर केस में बिजली बिल जमा न करने पर बिजली काट देने वाला एसएमएस उपभोक्ताओं के पास आया था। जिसमें कुछ उपभोक्ता ने जमा तक कर दिया। जब दोबारा बिल का एसएमएस मोबाइल पर पहुंचा तो होश उड़ गया। सीधे दौड़कर उपकेंद्र जा पहुंचे। वही दो केस ऐसे भी सामने आए थे। जहां उपभोक्ता द्वारा बिल का पेमेंट कर दिया गया। लेकिन उनको एसएमएस पर लिखे नंबर पर कॉल करने पर बताया गया कि आपका दो रुपये कुछ पैसा एक्स्ट्रा जमा हो गया है। जिसके चलते बिल अपडेट नहीं हो गया है। इसके लिए दो रुपये कुछ पैसों का पेमेंट लिंक भेजा जा रहा है। उसपर क्लिक कर एक्स्ट्रा पैसा रिसीव कर लें। लिंक पर क्लिक करते ही अकाउंट से हजारों रुपये उड़ा दिया गया। जिसके बाद उपभोक्ता दौड़कर उपकेंद्र पहुंचा तो नए ठगी के धंधे के बारे में जानकारी हुई।

केस 01
जाते-जाते बचा पैसा
सुलेम सराय निवासी राहुल कुमार बताते हैं कि उनके मोबाइल फोन पर रात नौ बजे एक एसएमएस आया। आपका पिछले मंथ का बिल अपडेट नहीं हुआ है। आप फौरन दिए गए नंबर 7810979215 पर कॉल कर संपर्क कर लें। यह नंबर बिजली विभाग के अफसर का है। थैंक्यू, जिसके बाद उपभोक्ता का नींद उड़ गई। जब पेमेंट जमा कर चुका हूं तो अपडेट कैसे नहीं हुआ। इस अपडेट के चक्कर में तो रात में कही अंधेरे में न सोना पड़ा। जिसके बाद उपभोक्ता ने उस नंबर पर कॉल अपडेट कराने के बारे में पूछा। वहां से एक लिंक भेजा गया। जिसमें कहा गया कि आपका दो रुपये कुछ पैसा एक्स्ट्रा जमा हो गया। जिसके चलते अपडेट नहीं हो पा रहा है। आप भेजे गए लिंक पर क्लिक कर उस पेमेंट को रिसीव कर लें। जिसपर उपभोक्ता को शक हुआ तो उपकेंद्र के नंबर पर कॉल कर जानकारी ली। जिसके बाद इस नए ठगी के धंधे के बारे में पता चला। इस तरह से पैसा जाते-जाते बचा।

केस 02
गोविंदपुर के रहने वाले आशीष गुप्ता बताते है कि उनके पैसा रात करीब साढे नौ बजे बिल बकाये पर कनेक्शन काट देने का एसएमएस प्राप्त हुआ। भेजे गए एसएमएस पर लिखे बिजली विभाग के अफसर के नंबर पर कॉल किया। जिसके उन्होंने बताया कि उनका पुराना सभी बिल क्लियर है। जिसके बाद फोन लाइन पर बने फर्जी अफसर ने बताया कि बिल जमा है। लेकिन उनका पुराना बिल बनाने के दौरान हिसाब में कुछ गड़बड़ी हो गई थी। जिसके चलते दस रुपये पेमेंट बता रहा है और बिल अपडेट नहीं हो पा रहा है। उसने पेमेंट करने के लिए लिंक भेजा। जिसपर क्लिक करते ही दस रुपये वजह 12 हजार तीन सौ रुपये कट गया। जितना अकाउंट में था।

केस 03
बमरौली के रहने वाले एयर फोर्स से रिटायर्ड विनोद चौबे बताते है कि उनके पास पहले एसएमएस आया। एसएमएस नहीं देखने पर कॉल आया। कॉल करने वाला ने बताया कि वह बिजली विभाग डिपार्टमेंट से बोल रहा हूं, आपका बिल बकाया रात में किसी भी वक्त लाइट काटी जा सकती है। ऐसे में आप अपना पुराना बिल क्लियर कर दें। उन्होंने बकाया रकम पूछा तो सात सौ रुपये के करीब बताया गया। विनोद को लगा रात में अगर लाइट कट गई तो इस भीषण गर्मी में अंधेरे में सोना पड़ेगा। पेमेंट करने के लिंक भेजा गया। जिसपर क्लिक करते और पासवर्ड डालते ही अकाउंट से 19 हजार रुपये कट गया।

केस 04
कसारी-मसारी एरिया में रहने वाले अब्दुला खान बताते है कि उनके पास भी इसी तरह का एसएमएस आया। लेकिन उन्होंने जमा नहीं किया। सुबह होने पर उपकेंद्र जाकर जब एसएमएस के बारे में पूछा तो नए ठगी के धंधे के बारे में पता चला।

कई केस इस तरह के सामने आ चुके है। उपभोक्ताओं को लगातार जागरूक करने का भी काम किया जा रहा है। उनको बताया जा रहा है कि बिजली विभाग नार्मल किसी भी नंबर से बकाया बिल व कनेक्शन काटने का एसएमएस नहीं भेजती है। कृपया सभी लोग जागरूक रहे कोई दिक्कत होने पर उपकेंद्र के नंबर पर फोन कर जानकारी ले सकते हैं।
वर्जन - धर्मेंद्र मौर्या, एसडीओ कानुपर रोड