प्रयागराज (ब्यूरो)।मंगल का दिन था। अमंगल नहीं होना था। लेकिन, सीन ऐसा क्रिएट हो गया कि कुछ बड़ा हो गया है। शार्टसर्किट हुई तो खतरे के अंदेशे को नकारा भी नहीं जा सकता था। बहरहाल ट्रेन के पैसेंजर्स ने एलर्टनेस दिखायी और चेन पुलिंग करके ट्रेन को रोक दिया। गाड़ी रुकते ही वे जनरल बोगी से कूदने लगे तो जीआरपी के जवान और रेलवे स्टॉफ एक्टिव हो गया। कोच में धुआं भरा हुआ था उसके निकलने का इंतेजाम किया गया। सर्किट को चेक किया गया फिर ट्रेन को आगे ले जाने की अनुमति दी गयी। इस चक्कर में करीब चालीस मिनट पर ट्रेन के पैसेंजर्स को परेशान होना पड़ गया।
चार्जर लगाने के दौरान शार्टसर्किट
यह घटना मंगलवार को दिन में सवा एक बजे के करीब अजमेर जा रही सियालदह एक्सप्रेस में हुई। घटना के बाद जो फैक्ट सामने आये उसके मुताबिक जनरल कोच के चार्जिंग साकेट में एक पैसेंजर ने मोबाइल चार्जर लगाया था। अचानक यह शार्ट कर गया और चारों ओर धुआं फैल गया। इससे कोच में सवार पैसेंजर्स पैनिक हो गये। प्रयागराज से निकलकर ट्रेन उस वक्त भरवारी स्टेशन के पास पहुंच चुकी थी। धुआं भरने से डरे पैसेंजर्स ने चेन पुलिंग कर दी। इसके बाद ट्रेन का भरवारी स्टेशन पर लूप लाइन में लेकर रोक दिया गया। घटना की जानकारी कंट्रोल रूम दी गई तो मौके पर रेलकर्मी, आरपीएफ के जवान के साथ संरक्षा विभाग की टीम पहुंच गई। फायर एक्जीक्यूटर को शार्ट सर्किट वाले स्थान पर चलाया गया। धुआं छंटा तो यात्रियों ने राहत की सांस ली।
ट्रेन रुकते ही कूदने लगे यात्री
सोमवार की रात 10.55 बजे सियालदह से 12987 सियालदह एक्सप्रेस रवाना हुई। भरवारी रेलवे स्टेशन के पास दोपहर 1.22 बजे ट्रेन की चेन पुलिंग हुई। ट्रेन के रुकते ही यात्री दरवाजे से कूदकर भागने लगे। यह देखकर स्टेशन पर मौजूद रेलवे स्टॉफ के साथ ही जीआरपी के लोग सन्नाटे में आ गये। जीआरपी के जवानों ने देखा कि ट्रेन के पीछे की तरफ से तीसरे जनरल कोच से यात्री कूद रहे हैं तो मौके पर पहुंच गये। स्पॉट चेक करने पर पता चला कि एक यात्री ने मोबाइल चार्जर साकेट में लगाया था और उसमें शार्ट सर्किट हो गया था। उससे धुंआ निकल रहा था। इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी गई और दिल्ली हावड़ा रूट पर अलर्ट जारी कर दिया गया। इसके बाद आरपीएफ ने कोच की गहनता से जांच शुरू की। धुंआ हटने के बाद पूरे कोच का निरीक्षण किया गया। तब तक ट्रेन को स्टेशन पर ही रोके रखा गया। करीब 40 मिनट बाद ट्रेन की सुरक्षा को लेकर जब संरक्षा टीम पूरी तरह से आश्वस्त हो गई तब दोपहर 2.02 बजे ट्रेन को कानपुर की ओर रवाना किया गया। घटना में किसी यात्री को कोई नुकसान होने की सूचना नहीं है।

कोच में धुआं उठने की जानकारी मिली तो ट्रेन को लूप लाइन में ले जाया गया। संरक्षा विभाग की टीम प्रयागराज से मौके पर भेजी गई। कोच की गहनता ने निरीक्षण किया गया। कहीं पर भी वायरिंग खराब होने अथवा आग लगने के निशान नहीं पाए गए। धुआं किस कारण से हुआ, स्पष्ट नहीं हो सका। घटना का किसी दूसरी ट्रेन के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है।
अमित कुमार सिंह, पीआरओ, प्रयागराज मंडल


रेलवे मुख्यालय में चल रही थी बैठक
यह घटना जिस वक्त भरवारी रेलवे स्टेशन के पास हुई, उस समय घटना स्थल से कुछ किलोमीटर दूर स्थित प्रयागराज के सूबेदारगंज में उत्तर-मध्य रेलवे मुख्यालय पर संरक्षा बैठक चल रही थी। ट्रेन के सुरक्षित संचालन व सुरक्षा को लेकर महाप्रबंधक सतीश कुमार समीक्षा कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलते ही उत्तर-मध्य रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने वीडियो जारी कर बताया कि कुछ लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर आग की सूचना प्रसारित कर दी। जबकि ऐसा नहीं है। सिर्फ धुआं था, जिसे नियंत्रित किया गया। ट्रेन को पूरी तरह से चेक करने के बाद ही कानपुर की तरफ रवाना किया गया है। एहतियातन कानपुर में फिर से ट्रेन का निरीक्षण कराया जायेगा।