प्रयागराज (ब्यूरो)। लोगों की आंखों में जलन की समस्या पर डॉक्टर्स का अपना मत रहा। उन्होंने बताया कि दीवाली के पटाखों से निकले धुंए से धुंध बनी हुई है। इसकी डेंसिटी अधिक होने से इसमें शामिल पाल्यूटेंट ने आंखों की टियर सेल को प्रभावित किया है जिससे जलन होने लगी है। डॉक्टर्स का कहना है कि पहले टियर सेल मजबूत होती थी लेकिन टीवी व कम्प्यूटर चलाने से उसकी लेयर कमजोर हो गई है। यही कारण है कि लोगों को हल्की धुंध से भी शिकायत होने लगी है।
किया इन हेलर का इस्तेमाल
इसी तरह धुंध अधिक होने से लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत महसूस हुई। खासकर जिनको दमा और सीओपीडी की शिकायत थी उनको डॉक्टर की सलाह पर इनहेलर लेना पड़ा। साथ ही डॉक्टर्स ने घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत भी दी है। चेस्ट फिजीशियन डॉ। आशुतोष गुप्ता का कहना है कि दो से तीन दिन में ध्ुांध हट जाएगी। तब तक रोगियों को खुद पर ध्यान देना होगा।
होगी बारिश, पड़ेगी ठंड
इलाहाबाद विवि के भूगोल विभाग के पूर्व अध्यक्ष व मौसम विज्ञानी प्रो। बीएन मिश्र ने बताया कि यह धुआं आकाश में जलवाष्प बनाने का काम करता है। यही कारण है कि बादल दिखाई दे रहे हैं। यह बादल अस्थाई है, जो एक-दो दिन में साफ हो जाएंगे, लेकिन इस बार कड़ाके की ठंड अधिक दिनों तक पड़ेगी। इसका कारण है कि मानसून लौटने में १५ दिन अधिक समय लगा। इसीलिए इस बार जमीन में नमी बनी हुई है। इसलिए ठंड अधिक दिनों तक बनी रहेगी। ठंड कड़ाके की भी रहेगी। साथ ही नवंबर के अंत में बारिश होने के भी आसार हैं।
टियर सेल पर पाल्यूटेंट का असर होने से आंखों में जलन हो रही है। लोग इसकी शिकायत कर रहे हैं। दो से तीन दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी। तब लोग चाहें तो टियर ड्राप का यूज कर सकते हैं। जिससे उन पर धुंध का असर कम हो जाएगा।
डॉ। अनूप चौहान, आई स्पेशलिस्ट